पूर्व पीएम के स्मारक पर शुरू हुई सियासत… कांग्रेस के आरोपों पर BJP का पलटवार
Manmohan Singh Death: पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के स्मारक पर सियासत शुरू हो गई है। उनके अंतिम संस्कार निगमबोध घाट पर कराने के सरकार के फैसले पर कांग्रेस ने नाराजगी जताई है। कांग्रेस आरोप लगा रही है कि पूर्व प्रधानमंत्री की अंत्येष्टि और स्मारक के लिए सरकार जगह नहीं ढूंढ पा रही है। यह उनका अपमान है। वहीं भाजपा ने कांग्रेस पर मामले में राजनीति करने का आरोप लगाया है।
कांग्रेस की इस मांग में अकाली दल भी साथ आ गई है और उसने प्रधानमंत्री मोदी से इस मामले में दख़ल देने की मांग की है और यह विवाद बढ़ता जा रहा है.
क्या है मामला?
दरअसल, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को फोन कर डॉ. मनमोहन सिंह के लिए स्मारक बनाने की मांग की थी। खरगे के फोन के जवाब में सरकार की तरफ से स्थल देने पर विचार करने के लिए दो-चार दिन का समय मांगा गया। इस पर सियासत तेज हो गई है।
जयराम रमेश ने किया पोस्ट
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट में लिखा है, “देश की जनता यह नहीं समझ पा रही है कि सरकार को उनके अंतिम संस्कार और स्मारक के लिए एक जगह क्यों नहीं मिल पा रही है.”
जयराम रमेश ने लिखा है कि उनका स्मारक उनकी वैश्विक छवि, उनकी असाधारण उपलब्धियां, दशकों तक देश की सेवा के अनुरूप है.
अकाली दल ने भी जताई नाराजगी
शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने भी मनमोहन सिंह के स्मारक के मुद्दे पर मोदी सरकार से नाराज़गी जताई है.
उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा है, “चौंकाने वाला और अविश्वसनीय! डॉ. मनमोहन सिंह के परिवार ने इस प्रतिष्ठित और उत्कृष्ट नेता का अंतिम संस्कार ऐसे स्थान पर करने का अनुरोध किया था जहां एक ऐतिहासिक स्मारक बनाया जा सके. केंद्र सरकार ने इस अनुरोध को खारिज कर दिया. यह अत्यंत निंदनीय है…”
उचित सम्मान देने के लिए प्रतिबद्ध है NDA सरकार: डॉ सुधांशु
भाजपा सांसद और पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता, डॉ सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, ‘पीएम मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा और एनडीए सरकार उन्हें उचित सम्मान देने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है, जिन्होंने देश के आर्थिक विकास के लिए एक प्रमुख नींव रखी। इसी के मद्देनजर कल कैबिनेट ने अपनी बैठक में फैसला किया कि मनमोहन सिंह की याद में एक स्मारक बनाया जाएगा और इस बात से कांग्रेस पार्टी को अवगत करा दिया गया।’
उन्होंने आगे कहा, ‘हालांकि, कांग्रेस पार्टी ने अपने जीवनकाल में कभी डॉ. मनमोहन सिंह का सम्मान नहीं किया। आज उनके निधन के बाद भी राजनीति करती नजर आ रही है।
मायावती का आया बयान
उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने भी इस मुद्दे पर बयान दिया है. सोशल मीडिया एक्स पर मायावती ने लिखा है, “केन्द्र सरकार देश के पहले सिख प्रधानमंत्री रहे डॉ. मनमोहन सिंह के देहांत होने पर उनका अन्तिम संस्कार वहाँ कराए और उनके सम्मान में भी स्मारक आदि वहीं बनवाए जहाँ उनके परिवार की दिली इच्छा है.”
मायावती का कहना है, “इसके लिए कोई भी राजनीति करना ठीक नहीं है और इन मामलों में केन्द्र सरकार पूर्व प्रधानमंत्री के परिवार और सिख समाज की भी भावनाओं का ज़रूर सम्मान करे, तो यह उचित होगा.”
यह भी पढ़ें…
Manmohan Singh Died: पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का निधन, 7 दिनों का राजकीय शोक
असाधारण उपलब्धियों के लिए ‘बाल पुरस्कार’… राष्ट्रपति मुर्मू ने 17 बच्चों का किया सम्मान
मंहगाई पर राहुल ने सरकार को घेरा, सब्जियों के भाव से आम जनता पस्त; सो रही सरकार…