पंजाब में कांग्रेस MLA सुखपाल खैहरा NDPS के मामले में अरेस्ट
पंजाब पुलिस ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और MLA सुखपाल सिंह खैरा को गिरफ्तार कर लिया है. आज सुबह ही चंडीगढ़ स्थित सुखपाल सिंह खैरा की कोठी पर पंजाब पुलिस ने महिला पुलिस के साथ छापेमारी की थी. सूत्रों के अनुसार, जलालाबाद पुलिस ने एनडीपीएस के एक पुराने मामले में खैरा की गिरफ्तारी की है. खैरा कांग्रेस के किसान सेल के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं.
सुखपाल खैरा पर जलालाबाद पुलिस की कार्रवाई 2015 फाजिल्का (पंजाब) ड्रग्स तस्करी मामले से संबंधित है, जिसमें सुरक्षा एजेंसियों ने अंतरराष्ट्रीय तस्करों के एक गिरोह से 1,800 ग्राम हेरोइन, 24 सोने के बिस्कुट, दो हथियार, 26 कारतूस और दो पाकिस्तान सिम कार्ड जब्त किए थे. पंजाब पुलिस ने खैरा की गिरफ्तारी को इसी ड्रग्स मामले से जोड़ा है. खैरा पर आरोप है कि वह अपने पर्सनल सेक्रेटरी के फोन से तस्करों से बात किया करते थे.
पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने इस गिरफ्तारी को लेकर पंजाब सरकार पर हमला किया है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, ‘कांग्रेस विधायक सुखपाल खैरा जी की गिरफ्तारी में राजनीतिक प्रतिशोध की बू आती है, यह विपक्ष को डराने की कोशिश है और एक चाल है.पंजाब की आम आदमी पार्टी वाली सरकार मूल मुद्दों से ध्यान भटका रही है. हम सुखपाल खैरा के साथ मजबूती से खड़े हैं और इस लड़ाई को तार्किक निष्कर्ष तक ले जाएंगे.’
VIDEO | Congress leader @SukhpalKhaira arrested by Jalalabad Police from his house in Chandigarh earlier today.
— Press Trust of India (@PTI_News) September 28, 2023
(Source: Third Party) pic.twitter.com/tfxhjckvQI
अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने सुखपाल खैरा के परिवार से मुलाकात भी की है. राजा वडिंग ने कहा, ‘ऊपर भी और नीचे भी हर जगह एजेंसीज का इस्तेमाल विपक्ष के खिलाफ हो रहा है लेकिन जाको राखे साइयां मार सके ना कोई. इनको शर्म आनी चाहिए पंजाब पुलिस और पंजाब सरकार को शर्म आनी चाहिए. 8-9 साल बाद यह मामला सामने आया जब यह मामला दर्ज किया गया था तब अकाली दल की सरकार थी जिस मामले का कोई लेना नहीं देना नहीं उसे मामले में सुखपाल खैरा को गिरफ्तार किया गया है. हमें गिरफ्तारी का कोई डर नहीं है गठबंधन की जो बात है वह उसको लेकर दिल्ली शीर्ष नेतृत्व से बात हो चुकी है.’
राजा वडिंग ने कहा मैं परिवार से मिलने आया हूं लेकिन इसके बाद हम पंजाब कांग्रेस के जितने लीडर्स हैं मिलकर इस पर अगली रणनीति तैयार करेंगे.
वहीं कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने कहा, ‘खैरा की गिरफ़्तारी अत्यंत निंदनीय है. पंजाब की आम आदमी पार्टी की सरकार अब तक के सबसे निचले स्तर पर गिर गई है और प्रतिशोध की राजनीति पर उतर आई है. सुखपाल सिंह खैरा मुखर रहे हैं और उन्होंने सीएम भगवंतमान की सरकार द्वारा किए गए गलत कार्यों और अनियमितताओं के खिलाफ आवाज उठाई है.कानून के दायरे में पंजाब कांग्रेस उन्हें रिहा कराने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी.’
AAP में भी रह चुके हैं खैरा
सुखपाल सिंह खैरा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं. 2017 में हुए पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले वह आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए थे और विधानसभा का चुनाव भी जीता था. 2018 में पंजाब विधानसभा के विपक्ष के नेता के रूप में उन्हें अनौपचारिक रूप से हटाए जाने के बाद, उन्होंने AAP के खिलाफ बगावत कर दी और जनवरी 2019 में पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया.
उन्होंने अपना खुद का संगठन, पंजाबी एकता पार्टी बनाई, लेकिन बठिंडा सीट से 2019 के लोकसभा चुनाव में असफल रहे. जनवरी 2019 में वह फिर कांग्रेस में शामिल हो गए हैं. बीते विधानसभा चुनाव में वह कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे.