Rajasthan News: बयान के दौरान मजिस्ट्रेट पर रेप पीड़िता का कपड़े उतरवाने का लगा आरोप, केस दर्ज

राजस्थान के करौली जिले में सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता मजिस्ट्रेट पर गंभीर आरोप लगाए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पीड़िता ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है कि जब वह अपने बयान दर्ज कराने मजिस्ट्रेट के पास पहुंची तो मजिस्ट्रेट ने चोटों को देखने के लिए कपड़े हटाने के लिए कहा।

इमेज क्रेडिट: सोशल मीडिया

राजस्थान के करौली जिले में गैंगरेप की शिकार हुई पीड़िता की आत्मा उस समय तार-तार हो गई जब मजिस्ट्रेट ने कहा कि अपने कपड़ों खोल कर अपनी चोटें दिखाओं। दरअसल राजस्थान के हिंडौन सिटी में एक सामूहिक दुष्कर्म की पीड़िता ने बयान दर्ज करवाने वाले मजिस्ट्रेट पर अश्लीलता का आरोप लगाया है। पीड़िता ने कहा है कि मजिस्ट्रेट ने उसके शरीर पर आईं चोटों को देखने के लिए कपड़े खोलने को कहा। पीड़िता के मुताबिक इस पर जज ने उसे बाहर जाने के लिए कह दिया। मजिस्ट्रेट के विरुद्ध मामला दर्ज कर लिया गया है।

19 मार्च को हुआ था गैंगरेप

मीडिया रेपोर्ट्स के मुताबिक, यह पूरा मामला करौली जिले के हिंडौन शहर का है। यहाँ एक 18 वर्षीय लड़की के साथ 19 मार्च, 2024 को कुछ युवकों ने सामूहिक दुष्कर्म किया था। इस मामले में पीड़िता ने आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज करवाने के लिए कोर्ट का रास्ता अख्तियार किया था।

27 मार्च, 2024 को कोर्ट के आदेश पर करौली के हिंडौन सिटी कोतवाली में दुष्कर्म का मामला दर्ज किया गया था। इसी दिन पुलिस ने पीड़िता का मेडिकल भी करवाया था। इस मामले की जाँच हिंडौन के उपाधीक्षक को सौंपी गई थी। जाँच पूरी होने के बाद पीड़िता को मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान के लिए बुलाया गया था।

मजिस्ट्रेट ने उसे रोका और ‘कपड़े हटाने’ को कहा..

पीड़िता का आरोप है कि बयान दर्ज करने के बाद मजिस्ट्रेट ने उसे रोका और ‘कपड़े खोलने’ को कहा। इसके बाद पीड़िता ने हिंडौन कोतवाली पुलिस स्टेशन में मजिस्ट्रेट के खिलाफ मामला दर्ज कराया। मामले की जांच करौली एसटी-एससी सेल प्रभारी उपाधीक्षक मीना मीना को सौंपी गई है।

पुलिस को दी गई रिपोर्ट में पीड़िता ने कहा है- मेरे बयान के बाद मजिस्ट्रेट ने मुझे रोक लिया। कहा- अपने कपड़े खोलो, मुझे तुम्हारे शरीर पर चोट के निशान देखने हैं। मैं बोली- आप पुरुष हैं, महिला जज होती तो मैं दिखा देती। इसके बावजूद जज ने कहा- मुझे तेरे शरीर पर चोट के निशान देखने हैं। पुलिस ने मजिस्ट्रेट के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है।

Disclaimer- लाइव न्यू इंडिया इस खबर की अधिकारिक पुष्टि नहीं करता है. साझा की गयी जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स के आधार पर तथ्यों की जानकारी के उद्देश्य से प्रकाशित किया गया है. जिससे न्याय संगत हो पाए.

Back to top button