New Year 2025: साल के पहले दिन कर लें ये काम, होगी धन-दौलत में वृद्धि…
New Year 2025: 1 जनवरी को बुधवार है, बुधवार को गणेश जी का दिन माना जाता है। 2025 का यह साल व्यापार में नई ऊंचाइयों को छूने वाला रहेगा। जानें, साल के पहले दिन क्या करना शुभ रहेगा-
New Year 2025: बुधवार एक जनवरी से 2025 का आगमन हो गया। यह दिन न केवल नव वर्ष का उत्सव लेकर आएगा, बल्कि ज्योतिषीय दृष्टिकोण से भी विशेष शुभ रहेगा। इस दिन चार शुभ संयोग बन रहे हैं, जो इसे और भी पवित्र और मंगलमय बना रहे हैं। ज्योतिष के अनुसार, 2025 का यह साल व्यापार में नई ऊंचाइयों को छूने वाला रहेगा। शुक्र और शनि की युति व्यवसाय क्षेत्र में निवेश और विस्तार के नए अवसर लेकर आएगी। व्यापारियों के लिए यह साल अत्यधिक लाभकारी सिद्ध होगा। साल की शुरुआत शुभ संयोग में हो रही है।
ब्रह्म मुहूर्त से करें दिन की शुरुआत
हिंदू धर्म में ब्रह्म मुहूर्त को अत्यंत शुभ माना गया है। यह समय सूर्योदय से लगभग डेढ़ घंटे पहले का होता है। ऐसा माना जाता है कि इस मुहूर्त में किए गए कार्यों का फल कई गुना अधिक होता है। इसलिए नए साल की शुरुआत ब्रह्म मुहूर्त में उठकर करें। प्रातः जल्दी उठकर ध्यान, योग और प्रार्थना करें। इस शुभ मुहूर्त में सकारात्मक विचारों के साथ नए साल का स्वागत करें।
बुरी आदतों को छोड़ने का संकल्प
इसके बाद आप दोस्तों, रिश्तेदारों और परिवार के लोगों को न्यू ईयर विश करिए। फिर आप नए साल में क्या-क्या करने वाले हैं संकल्प लीजिए। आप अपने नए साल के रेजोल्यूशन को अपनी डायरी पर नोट करिए या फिर अपने रूम की दीवार पर चिपकाकर रखिए। साल के पहले दिन आप पैसों की बचत का भी संकल्प ले सकते हैं। इससे आपका पूरा साल बिना किसी खींचातानी के बीतेगा। बुरी आदतों को छोड़ने का भी संकल्प इस दिन ले सकते हैं।
पूजा-पाठ
इस दिन आप अपने बड़ों का आशीर्वाद जरूर लीजिए. इससे आपका पूरा साल सकारात्मकता से भरपूर रहेगा। साल के पहले दिन पूरे परिवार के साथ मिलकर भगवान की पूजा जरूर करें। घर के मंदिर में दीपक जलाएं, मंत्रों का उच्चारण करें और भगवान से प्रार्थना करें कि यह साल आपके जीवन में खुशहाली, स्वास्थ्य और सफलता लेकर आए।
जरूरतमंदों की मदद
साल के पहले दिन आप जरूरतमंदों की मदद भी कर सकते हैं, जैसे- कपड़े दान कर सकते हैं या अन्य जरूरत की चीजें. इसके अलावा आप किसी एनजीओ में जाकर वहां के लोगों से मिल सकते हैं. आप वृद्धा आश्रम या फिर विधवा आश्रम में भी जाकर उनके साथ समय बिता सकते हैं.
डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।