Nuclear Missile: रूस ने परमाणु मिसाइल का किया टेस्ट, पुतिन की युद्ध की चेतावनी?

Russia Test Nuclear Missile: रूस ने एक बार फिर पश्चिमी देशों को अपनी ताकत का अहसास करने की कोशिश किया है. रूस के रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को अपने यार्स अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक परमाणु मिसाइल के सफल परीक्षण की घोषणा की.

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रूस ने पश्चिमी देशों पर परमाणु हमले की धमकी के 24 घंटे के अंदर ही न्यूक्लियर मिसाइल टेस्ट किया है। रूसी राष्ट्रपति कार्यालय क्रेमलिन के कमांडरों ने यार्स बैलिस्टिक मिसाइल के टेस्ट की घोषणा की है। यह मिसाइल परमाणु हथियार ले जा सकती है। रूस की सरकारी मीडिया की ओर से वीडियो जारी किया गया है। इसमें 50 हजार किग्रा और 75 फीट के मिसाइल को एक मोबाइल लॉन्चर से दागते हुए दिखाया गया है।

इससे पहले पुतिन ने राष्ट्र के नाम संबोधन में ढाई घंटे का भाषण किया। इसमें उन्होंने परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की धमकी दी थी। पुतिन की धमकी नाटो देशों के लिए थी। उन्होंने नाटो को यूक्रेन युद्ध में हस्तक्षेप न करने को कहा था। इसके अलावा उन्होंने इस दौरान परमाणु हथियारों से जुड़ी वॉर्निंग दी। पुतिन ने कहा था कि जिसने भी रूस पर हमला किया उसे दूसरे विश्वयुद्ध से ज्यादा खतरनाक परिणाम देखने को मिलेगा। पुतिन ने कहा था कि अगर उन्हें उकसाया गया तो वह परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करेंगे। रूस के स्ट्रैटजिक न्यूक्लियर फोर्स पूरी तरह से तैयार हैं।

कितनी है इस मिसाइल की ताकत

यार्स मिसाइल को नाटो की सेना इसे SS-29 के नाम से जानती है। यह 32000 किमी प्रति घंटे की गति से अपने टार्गेट को मार सकती है। ये मिसाइलें 500 किलोटन तक के परमाणु हथियारों को ले जाने में सक्षम है। यह दूसरे विश्वयुद्ध में हिरोशिमा पर अमेरिका की ओर से गिराए गए बम की ताकत का लगभग 30 गुना है। इसके अलावा एक बड़े इलाके में भयानक तबाही मचाने के लिए इसे कई अन्य हथियारों से लैस किया जा सकता है। यार्स मिसाइल को साइलो, ट्रकों या फिर परमाणु ट्रेन से दागा जा सकता है जो रूस के चारों ओर घूमती है।

रूस के पास कितने परमाणु हथियार

रूस के पास अनुमान के मुताबिक 150 से ज्यादा यार्स मिसाइलें सर्विस में हैं। इसके अलावा पुतिन के पास 6000 परमाणु हथियार हैं। रूसी सेना ने एक बयान में इस टेस्ट की पुष्टि की है। रूसी सेना ने कहा, ‘इस टेस्ट का उद्देश्य मिसाइल प्रणाली की सामरिक, टेक्निकल और उड़ान विशेषताओं की पुष्टि करना था। टेस्ट सफल रहा।’ फ्रांस के राष्ट्रपति ने हाल ही में एक बयान में कहा था कि नाटो सेना यूक्रेन में भेजी जा सकती है। इसके जवाब में पुतिन पहले भी कहते रहे हैं कि सैनिकों को भेजना नाटो के साथ सीधा युद्ध होगा।

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