शरद पवार और अजित की ‘सीक्रेट मीटिंग’ से महाराष्ट्र में हलचल, कांग्रेस और उद्धव सेना परेशान

मुंबई: शरद पवार शिवसेना (UBT), कांग्रेस पार्टी और राकांपा के महाविकास अघाड़ी (MVA) गठबंधन का हिस्सा हैं, जबकि शरद पवार के भतीजे अजित पवार ने पिछले महीने एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना-भाजपा सरकार में शामिल होने के लिए राकांपा को तोड़ दिया था.

इमेज क्रेडिट-सोशल प्लेटफार्म

अब सूत्रों के अनुसार शरद पवार और अजित पवार के बीच सीक्रेट मीटिंग को लेकर महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल बढ़ गई है. चाचा भतीजे के बीच हुई इस गुप्त बैठक को लेकर न एमवीए के बाकी दो दलों शिवसेना (UBT) और कांग्रेस की टेंशन बढ़ गई है. महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा है कि वह राकांपा प्रमुख शरद पवार और राज्य के उपमुख्यमंत्री अजित पवार के बीच ‘गुप्त रूप से’ होने वाली बैठकों को महाविकास अघाड़ी गठबंधन के लिए सही नहीं मानते हैं और यह उनकी पार्टी के लिए चिंता का विषय बन सकता है.

इस बीच महाराष्ट्र कांग्रेस और शिवसेना (UBT) ने आज मुंबई में अपनी कोर कमिटी की बैठक बुलाई है, जिसमें महाविकास अघाड़ी में एनसीपी की भूमिका को लेकर चर्चा संभव है.

शरद पवार और अजित के बीच गुप्त बैठकों को मंजूरी नहीं : नाना पटोले (महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष)
गत शनिवार को पुणे में वरिष्ठ नेता शरद पवार की अपने भतीजे से मुलाकात के बारे में मंगलवार को मीडिया द्वारा पूछे जाने पर महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा, ‘यह हमारे लिए चिंता का विषय है और हम शरद पवार और अजित पवार के बीच गुप्त रूप से होने वाली बैठकों को मंजूरी नहीं देते हैं.’ उन्होंने कहा, ‘हालांकि इस मामले पर कांग्रेस के शीर्ष नेता चर्चा करेंगे. I.N.D.I.A (विपक्षी) गठबंधन भी इस पर चर्चा करेगा, इसलिए मेरे लिए इस पर अधिक कुछ कहना उचित नहीं होगा.’

इमेज क्रेडिट-सोशल प्लेटफार्म

महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि कांग्रेस ने उन सभी लोगों से हाथ मिलाने का फैसला किया है जो भाजपा का विरोध करना चाहते हैं. उन्होंने कहा, ‘इन अटकलों में कोई सच्चाई नहीं है कि कांग्रेस शरद पवार को साथ लिए बिना लोकसभा चुनाव लड़ने की सोच रही है.’ इस बीच, अपने गृह नगर बारामती में बोलते हुए, शरद पवार ने कहा कि पार्टी में कुछ लोगों ने अलग रास्ता अपनाया है, लेकिन ‘एक बार उन्हें स्थिति का एहसास हो जाएगा, तो उनका रुख बदल सकता है. चाहे वे अपना रुख बदलें या न बदलें, हम अपने चुने हुए रास्ते से नहीं हटेंगे.’हालांकि अभी तक शरद पवार के तरफ से कोई अधिकारिक बयान नही आया है .

Back to top button