बागेश्वर में बजेगी शहनाई… विवाह के बंधन में बंधने वाले है पंडित धीरेंद्र शास्त्री?

Bageshwar Sarkar Wedding Shedule: बागेश्वर सरकार यानी पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की शादी को लेकर लगातार अलग-अलग तरह की बातें चलती आ रही है, जहां सभी धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की शादी का इंतजार कर रहे हैं। इसी बीच खबर आ रही है कि मध्यप्रदेश में छतरपुर जिले में स्थित बागेश्वर धाम में जल्द ही शहनाइयां बजने वाली है। अब बागेश्वर धाम में बारात आएगी और पंड़ित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री दुल्हा बनेंगे। जी हां इस बात का खुलासा उन्होंने खुद किया है।

धीरेंद्र शास्त्री बनेंगे दूल्हा… जल्द होगा ब्याह
दरअसल, पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने अपने जन्मदिन के मौके पर पत्रकारों से बात करते हुए अपनी शादी का खुलासा किया। धीरेन्द्र शास्त्री से जब मीडिया ने सवाल किया की वे शादी कब कर रहे है तो उन्होंने कहा कि शादी तो बुढ़ापे में भी हो सकती है। अब जल्द ही ब्याह होगा। पंडित धीरेन्द्र शास्त्री के इस जबाव से माना जा रहा है कि जल्द ही वे विवाह के बंधन में बंधने वाले है। हालांकि वे शादी किस दिन करेंगे इसको लेकर उन्होंने कोई जबाव नही दिया।

हिंदू राष्ट्र के लिए लोगों के दिलों में लाएंगे क्रांति
पंडित धीरेंद्र शास्त्री का कहना है “हम अब हिंदी हिंदुत्व और हिंदुस्तान के लिए पदयात्रा शुरू करने जा रहे हैं. हिंदू राष्ट्र बनाने के लिए जो कार्य धीरे-धीरे कर रहे थे, वो अब हम तेज गति से करेंगे. हर गलियारों और चौबारों और हर व्यक्ति के दिलों में हिंदु, हिंदुस्तान के लिए क्रांति उनके हृदय में खड़ी करेंगे.”

बागेश्वर में होगा गुरुपूर्णिमा उत्सव
लगातार विदेश जाकर कथाएं कर रहे पंडित धीरेंद्र शास्त्री ऑस्ट्रेलिया जाने वाले हैं और 17 है जुलाई को वापस आएंगे. 18 जुलाई से 22 जुलाई तक बागेश्वर धाम में गुरु पूर्णिमा उत्सव मनाया जाएगा. उन्होंने बताया कि जहां हमने विवाह समारोह किया था. वहां पर गुरु पूर्णिमा उत्सव का आयोजन होगा. जिन लोगों को हमने अभी आने से रोका था, वह आ सकें. हमारा छतरपुर जिला प्रशासन अद्भुत है. दिन-रात मेहनत करके काम करता है. हम उनके साथ बैठकर गुरु पूर्णिमा उत्सव की रूपरेखा बनाएंगे.

सत्संग कांड पर बोलें शास्त्री
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने हाथरस सत्संग कांड को लेकर कहा कि हम सत्य-असत्य नहीं जानते, लेकिन वह कोई परंपरा के साधु नहीं थे। हमारी जानकारी के अनुसार वहां पर कुछ विचित्र स्थिति के कारण हादसा हुआ। उन्होंने आगे कहा कि जूता पहनकर प्रवचन देना हमने पहली बार देखा। बाबा या महात्मा वही है, जो अपनी रक्षा से ज्यादा अपने भक्तों की रक्षा करें। हम कुछ कह नहीं सकते। बस इतना कह सकते हैं, ऐसी जगह से बचें, ऐसी जगह पर काम जाएं, सावधानी पूर्वक जाएं,

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