Ballia Politics: इन क्षत्रिय चेहरों पर सपा की बड़ी जिम्मेदारी, बदलेगा समीकरण?

Ballia: लोकसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी में प्रदेश के कई जिलों में जिला स्तर पर बदलाव की उम्मीद की चर्चा हो रही है. प्रदेश के जिलों में जिला स्तर पर पार्टी ने जातिगत समीकरण का पूरा ख्याल रखा है. बलिया जिले में अध्यक्ष पद के लिए क्षत्रिय उम्मीदवारों के नामों की चर्चा तेज हो गयी है. इसी कड़ी में सक्रीय सामाजिक कार्यकर्ता एवं युवा नेता धनंजय सिंह विशेन का नाम चर्चा में आ रहा है.

एक समय था जब उत्तर प्रदेश की राजनीति मे सपा का दबदबा कायम था। स्व.मुलायम सिंह यादव के सरंक्षण मे और अखिलेश यादव अगुवाई मे सपा की सरकार थी. जिसमे बलिया से विशेष योगदान रहा क्योंकि बलिया एक क्षत्रिय बाहुल्य क्षेत्र है यही कारण रहा है कि बलिया की राजनीति मे क्षत्रिय नेताओ का वर्चस्व रहा है।

बलिया विधान सभा क्षेत्र में क्षत्रिय समुदाय ने समाजवादी पार्टी को 2003 और 2012 मे सत्ता तक पहुचाने में अहम भूमिका निभाई थी. जिससे पार्टी को एक नया जीवन आयाम मिला था। यही कारण है कि क्षत्रिय समाज और सामान्य वर्ग को ज्यादा तवज्जो दी जाती है। एक समय समाजवादी पार्टी के कई क्षत्रिय नेता सपा में सक्रीय थे लेकिन कुछ अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ उनके मिशन में जुड़ गए।

इन्ही सब के बीच एक नाम आता है धनंजय सिंह विशेन का जो कि एक युवा नेता है और एक सामाजिक कार्यकर्ता के रूप मे समाजवादी पार्टी से जुड़े हुए है। इनके शैक्षिक योग्यता कि बात करे तो राजनीति शास्त्र में एम ए के साथ बी० पी ० एड ० की डिग्री भी हासिल किया है। ये एनसीसी के भी कैडेट रह चुके है।

ये समाजवादी पार्टी के तरफ से बलिया की राजनीति में युवा नेता के रूप में सक्रिय रहे है। कोरोना काल मे अपने विधान सभा क्षेत्र में फीस माफी को लेकर जिला व्यापी आंदोलन किया जिसका लाभ क्षेत्र वासियों को मिला था। कई सारे और भी सामाजिक कार्य है जैसे गावों में जा जाकर नौजवानों और नगर वासियों के साथ धार्मिक यात्राओ में शामिल होना आदि शामिल है। ये लोहिया वाहिनी समाजवादी पार्टी के पूर्व प्रदेश सचिव के साथ कुँवर सिंह महाविद्यालय बलिया से छात्र संघ उपाध्यक्ष भी रह चुके है। अभी ये 301 विधान सभा बलिया से समाजवादी पार्टी की तरफ से सपा की राजनीति में सक्रिय है और अपनी पार्टी को नया आयाम देने की पुरजोर कोशिश मे है। 

बलिया से कुछ और भी नामों की चर्चा है जिसमें यशपाल सिंह, कामेश्वर सिंह ,चन्द्र शेखर सिंह ,नीरज सिंह उर्फ़ गुड्डू आदि भी शामिल है. अब देखना होगा कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव किस क्षत्रिय चेहरे पर बड़ी जिम्मेदारी डालते है.

Back to top button