Stubble Fuel: पराली से बने ईंधन से उड़ेंगे हवाई जहाज, Nitin Gadkari का बड़ा बयान

केंद्रीय सरकार के मंत्री नितिन गड़करी ने एक कॅान्फ्रेंस के दौरान घोषणा की है कि आने वाले सालों में हवाई जहाज, फाइटर जेट और हेलीकॉप्टर पेट्रोल से नहीं बल्कि पराली से बने ईंधन से चलेंगे, जिससे किसानों को भी लाभ होगा।

इमेज क्रेडिट-सोशल मीडिया प्लेटफार्म

आपने सुन और देखा होगा कि दिल्ली व आसपास के इलाकों में पराली जलाने से जीना दुभर हो जाता था। लेकिन अब ऐसा नहीं है, अब पराली का उपयोग इथेनॅाल बनाने में किया जा रहा है।

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने दिल्ली में आयोजित 63वें एसीएमए वार्षिक सत्र में कहा कि देश में अब पराली को फालतू की चीज मानकर जलाया नहीं जा रहा है। बल्कि उसका उपयोग इथेनॅाल बनाने में किया जा रहा है।

आपको जानकार हैरानी होगी कि आने वाले दिनों में इसी पराली का यूज हवाई जहाज, फाइटर जेट और हेलीकॉप्टर उड़ाने में किया जा रहा है। इसके लिए हरियाणा के पानीपत में इंडियन ऑयल का एक प्लांट शुरू भी हो चुका है। वो दिन अब दूर नहीं है जब आप पराली से बने ईंधन के उपयोग से हवा में उड़ते दिखाई देंगे।

5 साल मे 25 लाख करोड़ का होगा आयात

नितिन गडकरी ने कहा कि आने वाले पांच साल में देश का विदेशी बाजार 25 लाख करोड़ रुपये का होगा। गडकरी ने कहा कि गाड़ी की संख्या तेजी से बढ़ी है। मंत्री बनने से पहले व्यापार 4.5 लाख करोड़ था, लेकिन आज 12.5 लाख करोड़ है। उनका कहना था कि भारत की आत्मनिर्भरता का उदाहरण यह है कि देश कभी सातवें स्थान पर था और अब दो जापान को पीछे छोड़कर तीसरे स्थान पर आ गया है।

देश मे लगेंगे 1000 प्लांट

याद रखें कि नितिन गडकरी ने कहा था कि पराली से बॉयो ईंधन बनाने के लिए एक हजार प्लांट लगाने की योजना है, जिससे डीजल की आवश्यकता कम होगी और देश को पोल्यूशन-मुक्त बनाया जाएगा। पांच लाख लोगों को काम मिलने की उम्मीद है। वाहनों में ईंधन की खपत और कमी कम होगी। बॉयो फ्यूल ट्रैक्टर से लेकर हवाई उड़ान में प्रयोग किया जाएगा।

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