आज़ादी के जश्न से पहले दहला जम्मू… आतंकियों से मुठभेड़ में सेना का एक कैप्टन शहीद
Doda Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में बुधवार (14 अगस्त) को आतंकियों के साथ मुठभेड़ में भारतीय सेना के एक कैप्टन शहीद हो गए, जबकि चार दहशतगर्दों को ढेर कर दिया गया. डोडा जिले की अस्सर पट्टी में आतंकियों की तलाश के लिए जारी अभियान के दौरान मुठभेड़ में आंतकियों ने गोली बारी कर दी। गोली लगने से एक अधिकारी घायल हो गया था। घायल अधिकारी को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। जहां उन्होंने दम तोड़ दिया। इस मुठभेड़ ने सुरक्षा बलों और निवासियों के बीच गहरी सदमे की स्थिति पैदा कर दी है। यह मुठभेड़ देश भर में स्वतंत्रता दिवस समारोह से एक दिन पहले हुई है.
सुरक्षा बलों ने ऑपरेशन के दौरान एक आतंकवादी ठिकाने का भंडाफोड़ करने के बाद एक अमेरिकी निर्मित एम4 राइफल, गोला-बारूद और रसद सामग्री भी बरामद की है. सूत्रों का कहना है कि सुरक्षा बलों को 4 पाकिस्तानी आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी और उन्होंने कल शाम एक ऑपरेशन शुरू किया था.
मिली जानकारी के मुताबिक, सुरक्षाबलों को सूचना मिली थी कि कुछ आतंकी जम्मू के उधमपुर जिले के पटनीटॉप और डोडा जिले के असर के बॉर्डर के जंगलों में छिपे हैं, जिसके बाद वाहन सर्च ऑपरेशन चलाया गया. मंगलवार शाम 7:00 और 8:00 बजे के बीच सुरक्षाबल उसे कमरे में पहुंचे, जहां यह आतंकी आराम कर रहे थे. सूत्रों के मुताबिक, आतंकियों ने हथियार और गोला बारूद वहां पर रखा हुआ था. इसके अलावा वे अपने पास में ही हथियार भी रखकर सोए हुए थे.
घटना को लेकर दिल्ली में हुई हाई लेवल बैठक
इधर, जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा को लेक दिल्ली में हुई हाई लेवल बैठक में रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी, सैन्य संचालन महानिदेशक-लेफ्टिनेंट जनरल प्रतीक शर्मा और सुरक्षा से जुड़ी एजेंसियों के प्रमुख मौजूद रहे. यह बैठक साउथ ब्लॉक में हुई है. यह घटनाक्रम 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस से एक दिन पहले हुआ है. स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है.
अनंतनाग मुठभेड़ में शहीद हो गए थे दो जवान
इससे पहले 10 अगस्त को अनंतनाग में आतंकवादियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ में दो जवान शहीद हो गए थे और एक नागरिक की मौत हो गई थी. अनंतनाग के कोकरनाग क्षेत्र में भारतीय सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ की ओर से शुरू किए गए संयुक्त अभियान के दौरान मुठभेड़ शुरू हुई थी. हवलदार दीपक कुमार यादव और लांस नायक प्रवीण शर्मा ने अनंतनाग में ड्यूटी के दौरान अपनी जान गंवा दी थी.
सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी और भारतीय सेना के सभी रैंकों ने मुठभेड़ के दौरान जान गंवाने वाले हवलदार दीपक कुमार यादव और लांस नायक प्रवीण शर्मा को श्रद्धांजलि दी थी. जुलाई में गृह मंत्रालय (एमएचए) ने लोकसभा को बताया था कि इस वर्ष 21 जुलाई तक 11 आतंकवाद संबंधी घटनाओं और 24 आतंकवाद विरोधी अभियानों में नागरिकों और सुरक्षाकर्मियों सहित 28 लोग मारे गए.
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