Singapore Presidency: भारतीय मूल के थर्मन शनमुगरत्नम सिंगापुर के 9वें राष्ट्रपति होंगे
Singapore: भारतीय मूल के प्रतिष्ठित अर्थशास्त्री थर्मन शनमुगरत्नम सिंगापुर के नौवें राष्ट्रपति के तौर पर चुने गये हैं, जो अगले 6 सालों तक देश की बागडोर संभालेंगे और थर्मन शनमुगरत्नम, भारतीय मूल के तीसरे ऐसे नेता हैं, जो सिंगापुर में सर्वोच्च पद पर पहुंचे हैं।

थर्मन शनमुगरत्नम मूल रूप से भारतीय हैं और उनके पूर्वज भारत से जाकर सिंगापुर में बस गये थे। वहीं, थर्मन शनमुगरत्नम का जन्म भी सिंगापुर में ही हुआ था और उनके पूर्वज तमिल समुदाय से आते हैं। सिंगापुर के करीब 27 लाख मतदाताओं में करीब 9 प्रतिशत आबादी तमिल समुदाय की है। वहीं, राष्ट्रपति बने अर्थशास्त्री थर्मन शनमुगरत्नम, सिंगापुर के सबसे पढ़े लिखे लोगों में हैं और उन्होंने पिछले 50 सालों में सिंगापुर के विकास को अलग अलग चरणों में देखा है।
थर्मन शनमुगरत्नम कौन हैं?
थर्मन 25 फरवरी 1957 को सिंगापुर में जन्मे हैं। उनके दादा तमिलनाडु से जाकर सिंगापुर में बसे थे। थर्मन के पिता प्रो.के. शनमुगरत्नम थे। जो एक चिकित्सा वैज्ञानिक थे। जिन्हें सिंगापुर में पैथोलॉजी के जनक माना जाता है।

कैम्ब्रिज के अर्थशास्त्री थर्मन सिंगापुर के ‘पॉलिसी मेकर’ रहे हैं। वे ग्लोबल फोरम पर सिंगापुर और भारत जैसे देशों की बात को बेबाकी से रखने के लिए जाने जाते हैं। वे कहते हैं कि चीन-अमेरिका दोनों महाशक्तियों को यह अहंकार छोड़ने की जरूरत है कि वे सर्वश्रेष्ठ हैं। उन्हें पता होना चाहिए कि विकासशील देश बहुत जरूरी हैं।

थर्मन की पत्नी जेन इटोगी चीनी-जापानी मूल की हैं। वो उन्हें कैंब्रिज में मिली थीं। उनकी एक बेटी और 3 बेटे हैं। बेटी माया वकील, बेटा आकाश सॉफ्टवेयर टेक कंपनी क्रियोन डेटा के सह संस्थापक हैं। वहीं, कृष्ण इकोनॉमिक्स, जबकि अर्जुन सिंगापुर अमेरिकन स्कूल के छात्र हैं।
थर्मन तीसरे भारतवंशी राष्ट्रपति
थर्मन मतदान से राष्ट्रपति पद तक पहुंचने वाले पहले भारतीय हैं। वहीं, सिंगापुर में भारतीय मूल के तीसरे राष्ट्रपति बने हैं। 1981 में संसद में चुने गए देवेन नायर राष्ट्रपति बने थे। एस. आर. नाथन 1999 से 2011 तक 11 साल तक राष्ट्रपति रहे। वे निर्विरोध चुने गए थे। 1991 के बाद से आम लोग वोटिंग से राष्ट्रपति चुनते हैं।
