इजरायल-हमास में ख़त्म होगा खुनी खेल… भारत ने किया समझौते का स्वागत

Israel-Hamas War Updates: इजरायल और हमास के वार्ताकार 15 महीने से अधिक समय से चल रहे विनाशकारी युद्ध के बाद युद्धविराम और बंधक समझौते पर पहुंच गए हैं. अमेरिका, मिस्र और कतर की मध्यस्थता से हुए इस समझौते से गाजा में जारी हिंसा रुकेगी।

उम्मीद है कि इजरायल की कैबिनेट मतभेद के बावजूद इस पर मुहर लगा देगी. इस समझौते से बंधकों और कैदियों की रिहाई हो सकेगी और “स्थायी शांति” की वापसी होगी. ये समझौता 19 जनवरी यानि इस रविवार से प्रभावी हो जाएगा.

समझौते में क्या है?
युद्ध विराम का पहला चरण छह सप्ताह तक चलेगा. इज़रायली सेनाएं आबादी वाले क्षेत्रों से दूर गाजा के पूर्व में वापस चली जाएंगी. अधिकारियों ने बताया कि इस चरण के दौरान बंधकों को रिहा किया जाना शुरू हो जाएगा.
समझौते के पहले चरण के दौरान फिलिस्तीनी लोग गाजा के सभी क्षेत्रों में वापस लौट सकेंगे, जो करीब करीब जमींदोज हो चुके हैं और बर्बादी की कहानी कह रहे हैं. उन्हें मानवीय आपूर्ति की आपूर्ति प्राप्त हो सकेगी.

युद्धविराम की प्रमुख बातें
युद्धविराम डील के तहत कई जरूरी बातों को शामिल किया गया है. जो इस प्रकार है.

बंधकों की रिहाई: हमास 34 बंधकों को 42 दिनों में रिहा करेगा, जिसमें महिलाएं और बच्चे प्राथमिकता में होंगे. इसके बदले में इजरायल 1,000 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा.

गाजा में वापसी: इजरायल उत्तरी गाज़ा में लोगों को वापसी की अनुमति देगा और चरणबद्ध तरीके से अपने सैनिकों को गाजा पट्टी से वापस बुलाएगा.

तीन चरणों में समझौता
* पहले चरण में बंधकों की रिहाई और इजरायल के सैनिकों की वापसी.
* दूसरे चरण में हमास सभी बंधकों को रिहा करेगा और इजरायल पूरी तरह से गाजा से सैनिकों को हटा लेगा.
* तीसरे चरण में गाजा पट्टी में पुनर्निर्माण परियोजनाओं पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा.

कामयाब हुआ कतर का प्रयास
दुनिया के 10 सबसे अमीर देशों में शामिल कतर की बात हमास और इजरायल दोनों ने सुनी। कतर के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुल रहमान अल थानी लंबे प्रयास के बाद दोनों को बातचीत की टेबल पर राजी करने में कामयाब रहे। ऐसा भी समय आया जब इजरायल ने कतर के पीएम के ऑफर को नकार दिया। यही नहीं उनकी खूब आलोचना भी हुई। लेकिन कतर ने अपने प्रयास नहीं छोड़े। 2012 से हमास ने अपना राजनीतिक ऑफिस कतर में ही बना रखा है। ऐसे में हमास को बातचीत के लिए राजी करना आसान था।

फलस्तीनियों ने सड़क पर उतरकर मनाया जश्न
इस समझौते की घोषणा के बाद बड़ी संख्या में फलस्तीनी सड़कों पर उतरे और उन्होंने खुशी मनाई। मध्य गाजा के दीर अल बलाह में महमूद वादी ने कहा कि इस समय हम जो महसूस कर रहे हैं, कोई नहीं कर सकता। इसे बयां नहीं किया जा सकता।

भारत ने समझौते की घोषणा का किया स्वागत
वहीं भारतीय विदेश मंत्रालय ने इस पर कहा कि हम बंधकों की रिहाई और गाजा में युद्ध विराम के लिए समझौते की घोषणा का स्वागत करते हैं। हमें उम्मीद है कि इससे गाजा के लोगों को मानवीय सहायता की सुरक्षित और निरंतर आपूर्ति होगी। हमने लगातार सभी बंधकों की रिहाई, युद्ध विराम, बातचीत और कूटनीति के रास्ते पर लौटने का आह्वान किया है।

अक्तूबर 2023 में इस्राइल पर हमास ने किया था हमला
हमास ने सात अक्तूबर, 2023 को इस्राइल पर हमला कर दिया था, जिसमें 1200 से ज्यादा लोग मारे गए थे और 250 से अधिक लोगों को बंधक बना लिया गया था। इसके बाद इस्राइल ने जवाबी हमले किए, जिसमें 46000 से अधिक फलस्तीनी मारे गए। इसके अलावा गाजा की अनुमानित 90 प्रतिशत आबादी विस्थापित हो गई और भयावह मानवीय संकट पैदा हो गया।

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