मप्र: बदल दिया गया व्यापमं का नाम, अब होगा कर्मचारी चयन बोर्ड
भोपाल। मप्र के बहुचर्चित व्यापमं घोटाले से धूमिल हुई व्यवसायिक परीक्षा मंडल की छवि को सरकार ने बदलने की कोशिश की है।
व्यवसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) का नाम अब कर्मचारी चयन बोर्ड किया जा रहा है। इस संबंध में आज शिवराज सरकार ने कैबिनेट की बैठक में फैसला लिया है।
मप्र सरकार के प्रवक्ता व गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कैबिनेट बैठक में लिए गए फैसलों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि व्यवसायिक परीक्षा मंडल का नाम बदल दिया गया है। व्यापमं को अब कर्मचारी चयन बोर्ड के नाम से जाना जाएगा।
कर्मचारी चयन बोर्ड सामान्य प्रशासन विभाग के अंतर्गत काम करेगा। कैबिनेट ने तकनीकी शिक्षा बोर्ड के उपाध्यक्ष पद को गैर सरकारी व्यक्ति को देने का भी फैसला किया है।
इसके अलावा नर्मदा एक्सप्रेस वे का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा है तथा राज्य की नई स्टार्टअप नीति 2022 को भी कैबिनेट ने अनुमोदित कर दिया है।
व्यापमं घोटाले से हुई है प्रदेश की बदनामी
मप्र में विभिन्न प्रवेश और भर्ती परीक्षाओं के लिए व्यवसायिक परीक्षा मंडल सरकारी एजेंसी है जिसमें पिछले समय हुई गड़बड़ियों के कारण व्यापमं घोटाला हुआ था।
इसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के तीसरे कार्यकाल की काफी बदनामी हुई थी। हजारों की संख्या में लोग इसके घेरे में आए थे। देश-विदेश में इससे मप्र की बदनामी भी हुई थी।
व्यवसायिक परीक्षा मंडल के घोटाले के खबरों के बाद सरकार ने इसका नाम अंग्रेजी के अनुवाद के मुताबिक प्रोफेशनल एक्जामिनेशन बोर्ड (पीईबी) भी किया था लेकिन हिंदी में उसकी पहचान व्यापमं ही बनी हुई थी।
कैबिनेट के इस फैसले के बाद अब इसे पूरी तरह से बदलकर कर्मचारी चयन बोर्ड कर दिया गया है।