
सरकार ने वापस लिया आदेश, छोटी बचत योजनाओं पर पुरानी दरों से ही मिलेगा ब्याज

नई दिल्ली। सरकार ने छोटी बचतों पर ब्याज दरें घटाने का आदेश आज वापस ले लिया। अब सभी छोटी बचतों पर 2020-21 की पुरानी दरें ही लागू होंगी।
कल सरकार ने बचत खातों, पीपीएफ, टर्म डिपॉजिट, आरडी से लेकर बुजुर्गों के लिए बचत योजनाओं तक पर ब्याज दरों में कटौती कर दी थी। कहा गया था कि नई दरें 1 अप्रैल से लागू हो जाएंगी और 30 जून 2021 तक प्रभावी रहेंगी। सरकार ने आज इस फैसले को बदल दिया है।
इस बारे में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ट्वीट कर बताया कि 2020-21 की बीती तिमाही में जो दरें थी, वहीं दरें अब लागू होंगी। जो ऑर्डर कल पास किये गये थे, उन्हें बदल दिया गया है।
कल के आदेश के मुताबिक बचत खातों में जमा राशि पर वार्षिक ब्याज को 4 फीसदी से घटाकर 3.5 फीसदी कर दिया था। पब्लिक प्रोविडेंट फंड (पीपीएफ) पर अब तक 7.1 फीसदी वार्षिक ब्याज को घटाकर 6.4 फीसदी कर दिया था।
एक साल के लिए जमा राशि पर तिमाही ब्याज दर को 5.5 फीसदी से घटाकर 4.4 फीसदी किया गया था। बुजुर्गों को बचत योजनाओं पर अब 7.4 फीसदी की जगह केवल 6.5 फीसदी तिमाही ब्याज देने की घोषणा की गई थी।
एक साल के लिए टर्म डिपॉजिट पर 5.5 फीसदी की जगह 4.4 फीसदी ब्याज, 2 साल की जमा राशि पर 5.5 फीसदी की जगह 5 फीसदी, 3 साल पर 5.5 फीसदी की जगह 5.1 फीसदी, 5 साल पर 6.7 फीसदी की जगह 5.8 फीसदी ब्याज कर दिया गया था।
NSC पर 6.8 फीसदी की बजाय 5.9 फीसदी ब्याज, किसान विकास पत्र पर 6.9 फीसदी की जगह 6.4 फीसदी, सुकन्या समृद्धि योजना पर भी ब्याज दर को 7.6 फीसदी से घटाकर 6.9 फीसदी कर दिया गया था। अब पुरानी दरें जो 31 मार्च 2021 को थी वही मानी जाएंगी।