J&K: आतंकी रियाज व शिराज मौलवी का खात्मा, फिदायीन हमले की थी साजिश

जम्मू। श्रीनगर और कुलगाम में गुरुवार को सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच हुईं मुठभेड़ में मारे गए दोनों आतंकियों की पहचान हो गई है। कश्मीर जोन के आईजी विजय कुमार ने बताया कि श्रीनगर मुठभेड़ में सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता मिली है।
पुलवामा हमले के एक आरोपी के रिश्तेदार आमिर रियाज को मार गिराया गया है। वह घाटी में फिदायीन हमले की साजिश रच रहा था। रियाज मुजाहिदीन गजवातुल हिंद का आतंकी था।
वहीं कुलगाम में मारे गए आतंकी की पहचान हिजबुल मुजाहिदीन के जिला कमांडर शिराज मौलवी के रूप में हुई है। शिराज 2016 से घाटी में सक्रिय था।
वह युवाओं को बरगलाकर आतंकी सगंठन में भर्ती करता था। साथ ही कई नागरिकों की हत्या में शामिल था। शिराज का मारा जाना सुरक्षाबलों के लिए बड़ी कामयाबी है।
घाटी में बढ़ाई गई सुरक्षा व्यवस्था
कश्मीर में टारगेट किलिंग की घटनाओं को देखते हुए सुरक्षा एजेंसियों ने आतंकियों की मोडस ऑपरेंडी को नाकाम बनाने के लिए घाटी में विशेषकर श्रीनगर में रणनीति में बदलाव किया है।
90 के दशक में जब आतंकवाद चरम पर था तो सर्च ऑपरेशन चलाए जाते थे। अब उसी तर्ज पर श्रीनगर में रैंडम सर्च ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं।
इस महीने अभी तक दो स्थानीय नागरिकों को आतंकियों द्वारा मौत के घाट उतारा गया है। एक पुलिसकर्मी को गत सोमवार जबकि एक सेल्समैन को गत मंगलवार को आतंकियों ने निशाना बनाया।
इसके अलावा अक्तूबर के महीने में कुल 13 स्थानीय नागरिक मारे गए जिसमें से 8 को श्रीनगर में मारा गया है।
पिछले एक महीने से अधिक समय के दौरान करीब 15 सिविलियन को मारा गया है, जोकि एक चिंता का विषय है।
इसे ध्यान में रखते हुए आने वाले दिनों में श्रीनगर में कई अतिरिक्त सीआरपीएफ की कंपनियां भी तैनात की जाएंगी।
