TCS और इंफोसिस में होगी बंपर भर्ती, हाइब्रिड मोड जारी जारी रखेगा HCL
नई दिल्ली। आईटी सेक्टर में रोजगार की तलाश कर रहे लोगों के लिए अच्छी खबर है। इस वित्त वर्ष उन्हें दिग्गज आईटी कंपनियों में रोजगार के ढेरों अवसर मिलने वाले हैं। टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) और इंफोसिस जैसी कंपनियों ने 90000 फ्रेशर्स की भर्ती करने की योजना बनाई है।
एट्रिशन रेट में हुआ जोरदार इजाफा
गौरतलब है कि टेलेंट की खोज को लेकर आईटी कंपनियों में इस समय प्रतिस्पर्धा चल रही है। एक ओर जहां नौकरी छोड़ने वाले पेशेवरों की दर में इजाफा हुआ है तो दूसरी ओर कंपनियों ने भर्ती गतिविधियां तेज कर दी हैं।
कंपनी छोड़ने वाले पेशेवरों के मामले में टेक कंपनी इंफोसिस सबसे ऊपर है, जबकि टीसीएस भी उच्च एट्रिशन रेट का सामना कर रही है। नौकरी छोड़कर जाने वाले पेशेवरों की संख्या के मामले में इंफोसिस और टीसीएस जहां सबसे आगे हैं, तो वहीं अन्य कंपनियों में इस तरह की हलचलें तेज होती दिखाई दी हैं।
इंफोसिस करेगी 50,000 भर्तियां
पिछले दिनों आई एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2022 की आखिरी तिमाही में इंफोसिस की नौकरी छोड़न छोड़कर जाने वालों की दर इससे पिछली तिमाही के 25.5 प्रतिशत से बढ़कर 27.7 फीसदी हो गई। इसके चलते अब इंफोसिस ने भर्ती गतिविधियां बढ़ाने की जो योजना तैयार की है, उसके तहत इस वित्त वर्ष 50,000 से अधिक कर्मचारियों की हायरिंग की जाएगी।
बता दें कि वित्त वर्ष 22 में कंपियों ने 85 हजार फ्रेशर्स की भर्ती की है। आईटी प्रमुख इंफोसिस ने चरणबद्ध तरीके से कार्यालय से कामकाज शुरू करने की योजना बनाई है। इंफोसिस के मुख्य वित्तीय अधिकारी, नीलांजन रॉय ने कहा कि पिछले साल, हमने पूरे भारत और वैश्विक स्तर पर 85,000 फ्रेशर्स को काम पर रखा है और इस साल भी बड़ी संख्या में भर्ती की तैयारी है।
टीसीएस ने तय किया ये बड़ा लक्ष्य
इंफोसिस की तरह ही टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज भी नौकरी छोड़ने वाले पेशेवरों की बड़ी संख्या का सामना कर रही है। इसके चलते कंपनी ने भी बड़ी संख्या में नई भर्तियों की योजना तैयार की है। टीसीएस के मुख्य परिचालन अधिकारी एनजी सुब्रमण्यम ने कहा है कि कंपनी ने इस वित्त वर्ष 40,000 रोजगार देने का लक्ष्य रखा है।
उन्होंने कहा कि अगर जरूरी होगा तो इस वर्ष के दौरान इसे और भी बढ़ाया जाएगा। टीसीएस ने ’25X25′ मॉडल अपनाने की तैयारी की है। इसका उद्देश्य कर्मचारियों को कार्यालय में वापस लाना और धीरे-धीरे हाइब्रिड वर्क मॉडल में परिवर्तन करना है।
मॉडल के तहत, 2025 तक कंपनी के 25 प्रतिशत से अधिक कर्मचारियों को किसी भी समय कार्यालय से काम करने की आवश्यकता नहीं होगी, और एक कर्मचारी को अपना 25 प्रतिशत से अधिक समय कार्यालय में बिताने की आवश्यकता नहीं होगी।
एचसीएल में हाइब्रिड मोड जारी रहेगा
इस बीच प्रमुख आईटी कंपनियों में से एक एचसीएल ने भी कथित तौर पर कहा कि वह हाइब्रिड मोड में काम करना जारी रखेगी, क्योंकि कर्मचारियों की सुरक्षा और भलाई कंपनी की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
कंपनी की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि हमारी सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक हमारे कर्मचारियों और उनके परिवारों की सुरक्षा और भलाई है।
हम अपने व्यवसाय को सामान्य बनाए रखने के लिए भी पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं, जिससे हमारे ग्राहकों को निर्बाध सेवाएं सुनिश्चित हो सकें। वर्तमान में, हम स्थिति की निगरानी कर रहे हैं और हाइब्रिड मॉडल में काम करना जारी रख रहे हैं।