रूस-यूक्रेन युद्ध: NATO पर बरसे जेलेंस्की, रूस में कई मीडिया प्लेटफॉर्म बैन

Russia-Ukraine war

कीव। रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध का आज नौवां दिन है। रूस की सेना ने कई शहरों को घेर रखा है और खेरसन समेत कई शहरों पर कब्जा भी कर लिया है।

शुक्रवार को रूस ने जपोरिजिया में परमाणणु संयंत्र पर भी हमला कर दिया। अब इसका नियंत्रण रूस के पास है। यहीं से यूक्रेन को बड़ी मात्रा में ऊर्जा सप्लाई होती था। हमले में कई लोगों की जान भी चली गई।

उधर संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में रूस के खिलाफ जांच कराने के लिए स्वतंत्र आयोग बनाने पर राय जानने के लिए वोटिंग कराई गई जिसमें भारत और चीन ने दूरी बना ली। इससे पहले भी भारत ने इस संबंध में कोई वोट नहीं किया है।

रूस ने कथित ‘फेकन्यूज’ को लेकर नया कानून बनाया है जिसके बाद फेसबुक और ट्विटर पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। वहीं सीएनएन, बीबीसी को भी रिपोर्टिंग रोकनी पड़ी है।

यूएस के सांसदों से बात करेंगे जेलेंस्की

आज शाम 4.30 पर यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की अमेरिकी डेमोक्रेटिक और रिपब्लिकन सांसदों के साथ बैठक करने वाले हैं। यह बैठक वर्चुअल होगी। इसमें जेलेंस्की संबोधित करेंगे। रूस लगातार हमला तेज कर रहा है। जानकारी के मुताबिक एक सप्ताह में ही रूस ने यूक्रेन पर 500 मिसाइलें दागी हैं।

NATO पर बरसे जेलेंस्की

यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की की उस अपील को नाटो ने खारिज कर दिया है, जिसमें उन्होंने यूक्रेन को नो-फ्लाई जोन घोषित करने की मांग की थी। मांग खारिज होने के बाद शनिवार को राष्ट्रपति जेलेंस्की नाटो पर खूब बरसे।

ज़ेलेंस्की ने कहा कि पश्चिम का सैन्य गठबंधन यूक्रेन में होने वाली मौतों और विनाश के लिए जिम्मेदार होगा। उन्होंने यह भी कहा कि नाटो की कमजोरी और एकता की कमी मास्को के हाथों को पूरी तरह से खोल देगी। रूस हवाई हमले तेज कर देगा।

मारिउपोल पर रूस का कब्जा

यूक्रेन की पोर्ट सिटी मारिउपोल के मेयर ने कहा है कि रूस की सेना ने पूरे शहर पर जमावड़ा कर लिया है। बता दें कि मॉस्को की सेना ने खेरसन पर पहले ही कब्जा कर लिया है। रूस मुख्य शहरों को निशाना बना रहा है।

रूस ने कई मीडिया प्लेटफॉर्म को किया बैन

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मीडिया आउटलेट्स और सोशल मीडियो प्लेटफॉर्म पर कार्रवाई तेज कर दी है। उन्होंने फेसबुक और ट्विटर के साथ-साथ यूट्यूब को भी को बैन कर दिया है। इसके लिए एक बिल पर हस्ताक्षर किया है।

शुक्रवार को सोशल मीडिया दिग्गजों के खिलाफ कदम से पहले बीबीसी, अमेरिकी सरकार द्वारा वित्त पोषित वॉयस ऑफ अमेरिका और रेडियो फ्री यूरोप/रेडियो लिबर्टी, जर्मन प्रसारक डॉयचे वेले और लातविया स्थित वेबसाइट मेडुजा को भी ब्लॉक कर दिया गया था।

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