
लखनऊ के सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की किल्लत; 65 से अधिक पद खाली…
Government Doctor Vacancy: यूपी सरकार स्वास्थ्य विभाग के तहत जिला अस्पतालों में चिकित्सकों की कमी को दूर करने के लिए लगातार वॉक-इन इंटरव्यू कर रही है. फिर भी ज्यादातर पद खाली पड़े है.
Government Doctor Vacancy: बता दें कि हाल ही में सीएमओ कार्यालय में संपन्न साक्षात्कार के परिणाम में चिकित्सकों का चयन किया गया लेकिन इनमें से केवल आधे चिकित्सक ही जॉइनिंग के लिए राजी हुए हैं. चयनित चिकित्सकों की तैनाती 2 जून से होने वाली है, लेकिन इस स्थिति में पदों के रिक्त रहने की संभावना बढ़ गई है.
डॉक्टरों के पद खाली
सरकारी अस्पताल, हेल्थ एंड सेंटर व पीएचसी को मिलाकर संविदा के 65 डॉक्टरों के पद खाली हैं. डॉक्टर्स न होने से मरीजों को वापस लौटना पड़ता है. मरीजों को उनके नजदीकी केंद्र पर सेवाएं मुहैया कराने के लिए खाली पदों को भरने के लिए बीते माह 25 अप्रैल को सीएमओ आफिस में वॉक इन इंटरव्यू हुआ था. इसमें 200 से अधिक डॉक्टर शामिल हुए थे. 1 माह बाद इंटरव्यू का रिजल्ट जारी हुआ. इसमें 62 डॉक्टरों का चयन हुआ जिसमें से 33 डॉक्टर अपनी सेवाएं देने के लिए सीएमओ आफिस में पहुंचे हैं.
अफसरों का कहना है कि 29 डॉक्टर अभी नहीं आए हैं. 2 जून को सभी डॉक्टरों को सीएमओ आफिस में बुलाया गया है. जहां से उन्हें केंद्रों पर तैनाती देने की प्रक्रिया शुरू होगी. सीएमओ डा. एन.बी सिंह का कहना है सभी डॉक्टरों को बुलाया गया है.
सीएमओ का कहना है कि जिला अस्पताल, हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर और पीएचसी में तैनाती के लिए चिकित्सकों का इंटरव्यू चल रहा है हालांकि बड़ी समस्या है सरकारी संस्थान में लोग काम करने से हिचक रहे हैं. जो इंटरव्यू में क्वालीफाई भी हो रहे हैं, वह दोबारा ज्वाइन करने के लिए नहीं आ रहे हैं.
बता दे की सरकारी अस्पतालों में और हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर में ऐसी स्थिति है कि कहीं फिजिशियन नहीं तो कहीं पर ENT विशेषज्ञ नहीं है. ऐसे में मरीज को खास दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. इसके अलावा हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर में एक चिकित्सक का होना अनिवार्य है. लेकिन कुछ ऐसे केंद्र है जहां पर वैलनेस सेंटर बगैर चिकित्सक के ही चल रहे हैं.
कितना मिलेगा मानदेय
रिपोर्ट्स के अनुसार संविदा के आधार पर चयनित होने वाले डॉक्टर में ए ग्रेड के शहर वालों को कम मानदेय और डी ग्रेड के शहर वालों को ज्यादा मानदेय देने की प्रणाली अपनाई गई है। चयन किए गए डॉक्टर में ए ग्रेड के शहर में तैनात होने वाले एमबीबीएस को 50000 और विशेषज्ञ को 80000, बी ग्रेड के शहर में तैनात होने वाले एमबीबीएस को 55000 विशेषज्ञ को 90000, सी ग्रेड के शहर में तैनात होने वाले एमबीबीएस को 60000 विशेषज्ञ को एक लाख और डी ग्रेड के शहर में तैनात होने वाले एमबीबीएस को 65000 और विशेषज्ञ को 120000 रुपए मानदेय दिया जाएगा।