UP Politics: “मेनका या वरुण” में किसी एक का टिकट, दांव पर लगी सांसदों की प्रतिष्ठा

Lok sabha Election: लोकसभा चुनाव में भाजपा के टिकट के लिए दिग्गजों ने अपना दमखम लगा दिया है। मेनका गांधी-वरुण गांधी और बृजभूषण समेत कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। माना जा रहा है कि जल्द ही दूसरी लिस्ट भी जारी की जा सकती है। तो वहीं, जानकारी यह भी मिल रही है कि मेनका या वरुण में से किसी एक को ही टिकट मिलेगा।

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Loksabha Election: भाजपा के दिग्गज सांसदों ने टिकट के लिए दम लगा दिया है।लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा के प्रत्याशियों की पहली सूची में वंचित रहने के बाद पार्टी के दिग्गज सांसदों ने अपने टिकट के लिए पूरा दम लगा दिया है। राम लहर और मोदी की गारंटी के माहौल में भी दिग्गज चेहरों को चुनाव मैदान से बाहर करने में पार्टी को मशक्कत करनी पड़ेगी।भाजपा ने पहले चरण में यूपी की 80 में से 51 सीटों पर प्रत्याशी घोषित किए हैं। शेष 29 सीटों में से बागपत और बिजनौर पर एनडीए के सहयोगी राष्ट्रीय लोक दल ने प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं। आगामी दिनों में 27 सीटों पर प्रत्याशी घोषित होने हैं। इनमें से दो सीटें अपना दल (एस) और सुभासपा को एक सीट मिलेगी।

मां-बेटे के बीच किसी एक को देना होगा टिकट त्याग
24 सीटों पर भाजपा अपने प्रत्याशी उतारेगी। जिन मौजूदा सांसदों के टिकट घोषित नहीं हुए हैं, वह अपने समर्थकों के साथ लखनऊ से दिल्ली तक प्रयास कर रहे हैं। जानकार बताते हैं कि देवरिया से संसद और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रमापति राम त्रिपाठी ने भी दिल्ली में भाजपा के बड़े पदाधिकारियों से संपर्क बनाकर एक और मौका मांगा है। सुल्तानपुर से सांसद मेनका गांधी और पीलीभीत से सांसद वरुण गांधी के टिकट पर भी पेंच फंसा है। कयास तो यह भी लगाए जा रहे हैं कि पार्टी वरुण और मेनका में से किसी एक को लोकसभा चुनाव में टिकट देगी।पीएम मोदी की हरी झंडी के बाद पार्टी दोनों में से किसी एक को टिकट दे सकती है।

आपको बता दें कि कुश्ती को लेकर विवादों में आए भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह भी टिकट के लिए लखनऊ से लेकर दिल्ली तक ताकत लगा रहे हैं। वहीं दावा यह भी किया जा रहा है कि बृजभूषण की जगह उनकी पत्नी या बेटे प्रतीक भूषण को भी चुनाव लड़ाया जा सकता है।

कानपुर के सांसद सत्यदेव पचौरी को फिर से प्रत्याशी बनाने के लिए आरएसएस के कुछ पदाधिकारी पैरवी कर रहे हैं। उधर, भाजपा ने बागपत और बिजनौर सीट रालोद को दी है। बिजनौर से लगातार दो बार सांसद रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री सतपाल का टिकट कट गया है।

पार्टी की ओर से पहले ही तीन जाट उम्मीदवार उतारने के चलते अब सतपाल सिंह के राजनीतिक भविष्य पर तलवार लटक गई है। बिजनौर से 2019 में भाजपा प्रत्याशी रहे कुंवर भारतेंद्र का टिकट भी कट गया है। सतपाल और भारतेंद्र भी किसी अन्य सीट से दावेदारी कर सकते हैं। हालांकि इन सब के बीच दूसरी लिस्ट का इंतजार बेसब्री से किया जा रहा है।

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