उप्र: खेल जगत में युवाओं को मिलेंगी बेहतर सुविधाएं, बनेंगे 37 नए स्टेडियम
लखनऊ। उप्र में युवाओं को खेल जगत में प्रोत्साहित करने के लिए नए स्टेडियमों को तैयार किया जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की घोषणा के बाद युवा कल्याण एवं प्रांतीय रक्षक दल विभाग की ओर से प्रदेश में नए स्टेडियमों का निर्माण कार्य विभिन्न जनपदों में किया जा रहा है।
योगी सरकार के निर्देशन में विभाग की ओर से खेलो इंडिया के तहत प्रदेश में 18 तथा मुख्यमंत्री घोषणा के तहत 19 स्टेडियम बनेंगे। प्रदेश में दोनों योजनाओं के तहत जनपदों में 37 नए स्टेडियम बनेंगे। जिनमें से 35 स्टेडियमों का निर्माण कार्य चल रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की घोषणा के तहत अयोध्या, हरदोई, कानपुर देहात, गोरखपुर, कौशांबी, आगरा, बांदा, प्रतापगढ़, बिजनौर, हाथरस, प्रयागराज, कुशीनगर, गोंडा, बंदायू, मिर्जापुर में एक-एक और उन्नाव व हमीरपुर में दो-दो स्टेडियम के निर्माण का कार्य किया जा रहा है।
प्रदेश भर में खेलो इंडिया के तहत बनेंगे 18 नए स्टेडियम
प्रदेश में खेलो इंडिया योजना के तहत 18 नए स्टेडियम पर कार्य चल रहा है। जिसमें सोनभद्र, मेरठ, लखनऊ, महाराजगंज, फर्रूखाबाद, एटा, मुरादाबाद, मैनपुरी, बस्ती, कानपुर नगर, मिर्जापुर, बाराबंकी, कन्नौज, पीलीभीत, अलीगढ़ में एक-एक और प्रतापगढ़ में तीन स्टेडियम तैयार किए जा रहे हैं।
बहुउद्देशीय हॉल में होंगे इंडोर खेल
युवा खिलाडियों के उत्साह को बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशानुसार प्रदेश में इंडोर खेलों के लिए एक बहुउद्देशीय हॉल और खेल के मैदान का निर्माण किया जाएगा।
बहुउद्देशीय हॉल में बैडमिंटन, वॉलीबाल, कुश्ती, कबड्डी, वेट लिफ्टिंग जैसे खेल होंगे। इसमें लकड़ी का कोर्ट भी बनाया जाएगा। जमीन के हिसाब से ट्रैक व खेल के मैदान का भी निर्माण किया जाएगा।
ग्रामीण क्षेत्र के प्रतिभावान खिलाड़ियों के साथ ही सैनिक, अर्धसैनिक बल व पुलिस में जाने वाले युवा भी यहां पर बेहतर ढ़ग से ट्रैनिंग ले सकेंगे।
कानपुर नगर में स्टेडियम का रास्ता हुआ साफ
कानपुर नगर में जल्द ही स्टेडियम का निर्माण शुरू हो जाएगा। खेलो इंडिया की नोडल अधिकारी व उपनिदेशक शिल्पी पांडे ने बताया कि भारत सरकार ने इसकी स्वीकृति दे दी है।
अब जल्द ही इस स्टेडियम का भी निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। प्रदेश में इन नए स्टेडियमों के निर्माण से युवाओं को प्रोत्साहन मिलेगा वहीं इन युवाओं को बेहतर खेल सुविधाएं अपने ही प्रदेश में मिलेंगी।