कुंभ पुलिस के हाथ लगा भगदड़ के दौरान वीडियो, संदिग्धों की पहचान और जांच जारी

Maha Kumbh 2025: भगदड़ के दौरान की फुटेज में कुछ संदिग्धों की गतिविधियां मिली हैं। फुटेज के आधार पर पुलिस संदिग्धों की पहचान और जांच में जुटी है। ताकि घटना से जुड़े तार को जोड़ते हुए साजिश का पता लगाया जा सके।

Maha Kumbh 2025: महाकुंभ में हुई भदगड़ और शामिल होने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विशिष्ट दिशा-निर्देश और नियम लागू करने की मांग करने वाली जनहित याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया है। न्यायालय की वेबसाइट पर अपलोड की गई तीन फरवरी की वाद सूची के अनुसार चीफ जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस संजय कुमार की पीठ ने अधिवक्ता विशाल तिवारी द्वारा दायर जनहित याचिका पर सुनवाई की। तो वही भगदड़ के दौरान की फुटेज में कुछ संदिग्धों की गतिविधियां मिली हैं।

क्‍या बोली पुलिस

डीआईजी कुंभ वैभव कृष्‍ण ने बताया कि मौनी अमावस्या पर भगदड़ से जुड़े कुछ वीडियो मिले हैं। इसमें कुछ संदिग्ध व्यक्ति और उनकी गतिविधियां भी नजर आ रही हैं। वीडियो के आधार पर मामले की जांच की जा रही है। संदिग्धों की पहचान करने का प्रयास जारी है।

सर्वोच्च न्यायालय ने याचिका पर सुनवाई से किया इनकार

न्यायालय के समक्ष उत्तर प्रदेश सरकार ने दलील दी कि इस संबंध में पहले ही इलाहाबाद हाई कोर्ट में याचिका दायर की जा चुकी है। इस पर कोर्ट ने याचिका को खारिज कर दिया। सर्वोच्च न्यायालय ने सरकार की इस दलील पर ध्यान देते हुए कहा, महाकुंभ में हुई भगदड़ दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। साथ ही अधिवक्ता को इलाहाबाद हाई कोर्ट जाने को कहा है

मुख्यमंत्री ने शनिवार को घटनास्थल का निरीक्षण किया था। घटना के बाद से लगातार साजिश होने की बात कही जा रही है। कुछ प्रत्यक्षदर्शियों के बयान भी सामने आ रहे थे। सूत्रों की मानें तो घटनास्थल व आस-पास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज में कुछ व्यक्तियों की गतिविधि संदिग्ध दिखी है। इन वीडियो में दिखे संदिग्ध लोगों की अभी तक पहचान नहीं हो सकी है। हालांकि काफी हद तक भगदड़ को साजिश भी मानकर जांच तेज कर दी गई है। यहां तक कि एटीएस, एसटीएफ व अन्य खुफिया एजेंसियों को भी सक्रिय कर दिया गया है।

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