Uttarakhand: हल्द्वानी हिंसा के तीसरे दिन राहत की उम्मीद, इंटरनेट-स्कूल बंद

Haldwani Violence: हल्द्वानी में बृहस्पतिवार को अवैध मदरसा तोड़े जाने की कार्रवाई के दौरान भड़की हिंसा में छह दंगाइयों की मौत हो गयी. बवाल के बाद पुलिस अब पत्थरबाजों की तलाश में जुट गई है। प्राथमिकी में करीब पांच हजार अज्ञात लोग भी शामिल हैं। वहीं, पुलिस ने एसओ मुखानी, सहायक नगर आयुक्त और एसओ बनभूलपुरा की तहरीर पर 18 नामजद समेत पांच हजार उपद्रवियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया।

इमेज क्रेडिट: सोशल मीडिया

Haldwani Violence: उत्तराखंड के नैनीताल जिले के हल्द्वानी शहर में बीते गुरुवार को हुई हिंसा के बाद अब भी पूरे शहर में तनाव का माहौल बना हुआ है. इसके चलते एहतियात के दौरान पर शनिवार को बी इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है. शहर में लगाए गए कर्फ्यू में कोई ढील नहीं दी गई है. हिंसा के तीसरे दिन स्कूल, कॉलेज और बाजार तीसरे दिन भी बंद हैं. पूरे हल्द्वानी शहर में आज भी सन्नाटा पसरा हुआ है. उपद्रव को लेकर हल्द्वानी पुलिस अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करेगी.

विरोध करने वालों की फुटेज की एकत्रित की जा रही है. पूरे इलाके को 5 सुपर जोन में बांटा गया है और 7 मजिस्ट्रेट तैनात किये गए हैं. कुमाऊं जोन के सभी पुलिस थानों की फोर्स और अधिकारियों ने हल्द्वानी में डेरा डाला हुआ है. पुलिस थाने के आसपास की पूरी सफाई कर दी गई है. वनभूलपुरा थाना में दुबारा कामकाज शुरू हो गया है. पुलिस थाने से 200 मीटर दूर मीडिया को रखा गया है.

एसएसपी नैनीताल ने मीडिया रिपोर्ट में बताया कि अभी तक मामले में तीन FIR दर्ज की जा चुकी है जबकि पांच उपद्रवियों की गिरफ्तारी अभी तक हुई है. हल्द्वानी हिंसा मामले में अब तक पांच उपद्रवियों को गिरफ्तार किया गया है जबकि 50 के करीब लोगो को हिरासत में लिया गया है. पुलिस के मुताबिक जिन लोगों को हिरासत में लिया गया है, उनकी लोकेशन हिंसा वाली जगह थी या नहीं इसकी जांच की जा रही है. साथ ही साथ ये पता लगाया जा रहा है कि उनकी इस मामले में क्या भूमिका रही है. जिसके बाद जल्द ही गिरफ्तारी के आंकड़े में इजाफा होगा.

बंद रहा बाजार, सड़कों पर पसरा सन्नाटा
शुक्रवार को हल्द्वानी का बाजार पूरी तरह बंद रहा। चप्पे-चप्पे पर पुलिस की तैनाती रही। किराना से लेकर फल-सब्जी के लिए लोगों को तरसना पड़ा। शहर के इतर ग्रामीण इलाकों में भी अधिकतर दुकानें बंद रहने से जनजीवन पर असर दिखाई दिया। सड़कों पर भी सन्नाटा पसरा रहा। पुलिस, अधिकारियों के वाहनों के अलावा जरूरी कामकाज के लिए जाने वाले लोगों के वाहन ही सड़कों पर चले।

इंटरनेट सेवा रही बंद, आमजीवन रहा प्रभावित
बनभूलपुरा क्षेत्र में हुए बवाल के बाद सुरक्षा के दृष्टिगत शहर में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई। इससे लोगों का आमजीवन काफी प्रभावित रहा। कर्फ्यू लगने से घरों में कैद लोग बिना इंटरनेट के काफी परेशान रहे। शहर में बृहस्पतिवार रात करीब दस बजे से इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई थी। बीएसएनएल, वोडाफोन, एयरटेल, जियो समेत अन्य नेटवर्क पर इंटरनेट सेवा संचालित नहीं हो पाई। ऐसे में सैकड़ों यूजर्स सूचना न मिल पाने के कारण परेशान रहे। इंटरनेट सेवा बंद होने से वर्क फ्राॅम होम से जुड़े लोगों का काम प्रभावित रहा वहीं परीक्षा की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों को भी खासी दिक्कत हुई। बीएसएनएल के डीजीएम भीम बहादुर ने बताया कि पुलिस प्रशासन की ओर से जब तक अनुमति नहीं दी जाएगी तब तक संचार सेवा सुचारु नहीं होगी। बताया कि शहर के बाहरी क्षेत्र में भी इंटरनेट को बंद किया जा रहा है, जिस कारण किसी भी प्रकार से सोशल मीडिया के पोस्ट या अन्य किसी माध्यम से शहर में अराजकता का माहौल न बने।

आज हो सकता है कर्फ्यू में छूट
जिला प्रशासन शनिवार को कर्फ्यू में छूट को लेकर फैसला ले सकता है। जिला प्रशासन के अनुसार इस संबंध में जल्द निर्णय लिया जा सकता है। बृहस्पतिवार को बनभूलपूरा में हिंसा के बाद से कोई अन्य अप्रिय घटना नहीं हुई।

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