वडोदरा नाव हादसे में 14 की मौत, 18 के खिलाफ दर्ज की FIR
Vadodara Boat Accident: वडोदरा की हरणी झील में हुए नाव हादसे में पुलिस ने 18 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इसके साथ ही पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लिया है। बाकी सभी फरार बताए जा रहे हैं। गुजरात के वडोदरा शहर में नगर निगम के आधीन आने वाले हरणी झील में नाव के पलटने से 18 जनवरी की शाम 12 छात्रों और 2 शिक्षकों समेत कुल 14 की मौत हो गई थी।
पुलिस की जांच में सामने आया है कि नाव की अधिकतम क्षमता 14 लोगों की थीं। इसमें 31 लोगों को बैठाया गया। इसमें 27 छात्रों के साथ स्कूल के 4 शिक्षक शामिल थे। इसमें कुछ ही छात्रों को लाइफ जैकेट पहनाई गई थी, बाकी सभी बिना जैकेट थे। पुलिस ने हादसे के बाद हरणी झील में बोटिंग के संचालन से जुड़े कुल 18 लोगों के खिलाफ स्थानीय थाने में मामला दर्ज किया है। हादसे के बाद वडोदरा पहुंचे गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने इस मामले की जांच वडोदरा के कलेक्टर एबी गोर को सौंपी हैं। उन्हें 10 दिन के अंदर अपनी जांच पूरी करके सरकार को सौंपनी होगी।
वडोदरा पुलिस ने हरणी थाने में मेसर्स कोटिया प्रोजेक्ट के प्रबंधकों के खिलाफ लापरवाही और लापरवाही बरतने का मामला दर्ज किया है। पुलिस से नाव के ड्राइवर और मैनेजर समेत 18 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने नाव के ड्राइवर और मैनेजर को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने जिनके खिलाफ मामला दर्ज किया है। उनमें मैसर्स कोटिया परियोजना प्रबंधक बीनीत कोटिया, हितेश कोटिया, गोपालदास शाह, वत्सल शाह, दीपेन शाह, धर्मिल शाह, रश्मीकांत सी प्रजापति, जतिनकुमार हरिलाल दोशी, नेहा डी दोशी, तेजल आशीष कुमार दोशी, भीमसिंह कुडियाराम यादव, वेदप्रकाश यादव, धर्मिन भटानी, नूतनबेन पी शाह, वैशाखीबेन पी शाह, प्रबंधक हरणी लेकजोन, शांतिलाल सोलंकी, नाव चालक नयन गोहिल और नाव चालक अंकित का नाम शामिल है। पुलिस ने सभी के खिलाफ आईपीसी 304, 308, 337, 338, 114 के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस में यह एफआईआर वडोदरा महानगर पालिका के कार्यकारी अभियंता राजेशभाई रमनभाई चौहान की तरफ दर्ज कराई गई है।
वडोदरा नगर निगम (VMC) पूर्व में वडोदरा महानगर सेवा सदन (VMSS) ने 2017 में कोटिया प्रोजेक्ट्स को हरनी झील में नाव चलाने का कॉन्ट्रैक्ट दिया था। उस समय पर वडोदरा नगर निगम के कमिश्नर आईएएस विनोद राव थे। यह जानकारी सामने कोटिया प्रोजेक्ट्स को यह कॉन्ट्रैक्ट 30 साल की लीज पर मिला था। तब सिर्फ दो फर्म ने ही हरणी ने मनोरंजन की सुविधाएं विकसित करने में दिलचस्पी दिखाई थी। पुलिस ने 18 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की उनमें वत्सल शाह परेश शाह के बेटे हैं। उनकी बीजेपी के साथ नजदीकी मानी जाती है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष शक्ति सिंह गोहिल ने इस हादसे के बाद भी आरोप लगाया था कि इस घटना के लिए वीएमसी का तंत्र जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा था कि हरणी झाील में बोटिंग का संचालन करने वाले भी बीजेपी से जुड़े लोग हैं। गोहिल ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
हरणी नाव हादसे में पानी गेट स्थित न्य सनराइज स्कूल की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। 18 जनवरी को स्कूल के छात्र चार शिक्षकों को साथ पिकनिक के लिए गए थे। हरणी ने बोटिंग के दौरान हादसा होने पर 12 छात्रों और दो शिक्षिकाओं की मौत हो गई। इस स्कूल के मालिक नेविल वाडिया हैं। इस हादसे में जिन अभिभावकों ने अपने बच्चों को खोया है, उन्होंने स्कूल के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की है। अभिभावकों का कहना है कि 14 लोगों की क्षमता वाली नाव में इतने ज्यादा लोगों को क्यों बैठाया? जिसके चलते हादसा हुआ।
#WATCH | Gujarat: A boat carrying children capsized in Vadodara’s Harni Motnath Lake. Rescue operations underway. pic.twitter.com/gC07EROBkh
— ANI (@ANI) January 18, 2024