Vande Bharat Metro: लखनऊ से कानपुर 45 मिनट में

उत्तर प्रदेश में वन्दे भारत मेट्रो को शुरू करने का निर्णय लिया गया है। इंटरसिटी एक्सप्रेस को वंदे भारत मेट्रो के रूप में चलाए जाने की तैयारी है। रेल बजट 2023 में वंदे भारत मेट्रो के परिचालन की बात कही गई है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस संबंध में जानकारी दी है। वंदे भारत मेट्रो का परिचालन लखनऊ से सीतापुर और कानपुर के बीच किए जाने का निर्णय लिया गया है।

Vande Bharat Metro: लखनऊ से 45 मिनट में कानपुर

लखनऊ से कानपुर, सीतापुर, रायबरेली और बरेली को हाईस्पीड रेल नेटवर्क से जोड़ने के लिए वंदे भारत मेट्रो टेनों के परिचालन की तैयारी की जा रही है। लखनऊ से ट्रेन के जरिए इन इलाकों तक पहुंचना सुगम हो जाएगा। करीब डेढ़ लाख यात्रियों को इससे यात्रा सुगम हो जाएगी। हर रोज यात्रियों को होने वाली परेशानी से निजात मिलेगी। मेमू की जगह इस ट्रेन के संचालन की तैयारी चल रही है। गंगा बैराज तक मेट्रो को जोड़ने से लोगों की सुविधा बेहतर होगी। रेल बजट में इस वर्ष नई रेल लाइनों के निर्माण और दोहरीकरण की योजना पर काम किया जाएगा।


राजधानी लखनऊ और कानपुर के बीच सफर को आसान बनाने की योजना पर काम किया जा रहा है। दोनों महत्वपूर्ण शहरों के बीच 30 से 45 मिनट की यात्रा को लेकर प्लानिंग तैयार की गई है। अभी लखनऊ से कानपुर के लिए हर रोज करीब 110 ट्रेनों का परिचालन हो रहा है। इसमें दैनिक और साप्ताहिक ट्रेनें शामिल हैं। दोनों शहरों के बीच यात्रियों का हर रोज बड़ी संख्या में आना-जाना होता है। इसको देखते हुए दिल्ली-मेरठ की तर्ज पर लखनऊ-कानपुर के बीच उन्नाव से होते हुए 68 किलोमीटर के रैपिड रेल ट्रैक की फिजिबिलिटी तलाशी गई। हालांकि, शासन की ओर से इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया गया था।


रैपिड रेल प्रोजेक्ट की जगह अब वंदे भारत मेट्रो लेगी। वंदे भारत मेट्रो की टिकटों को लेकर भी कोई बड़ी परेशानी यात्रियों को नहीं होगी। साथ ही, यात्रियों को सुरक्षित यात्रा की सुविधा मिलेगी। लखनऊ मेट्रो को वंदे भारत मेट्रो की कनेक्टिविटी रहेगी। इससे कानपुर से लखनऊ पहुंचने वाले यात्रियों को स्थानीय स्तर पर जाने में मदद मिलेगीवंदे भारत मेट्रो से लखनऊ से सीतापुर की यात्रा करीब 50 मिनट की रह जाएगी। अभी लखनऊ से सीतापुर जाने में ट्रेन से दो घंटे से अधिक का समय लगता है। 89 किलोमीटर की इस यात्रा को वंदे भारत मेट्रो से तेज गति से पूरी होने से इस इलाके में भी कनेक्टिविटी आसान हो जाएगी। इस इलाके में विकास की संभावनाओं को गति मिलेगी।


ट्रेन में यात्रियों को बेहतरीन यात्रा का अनुभव मिलेगा। रेल बजट में इसके लिए विशेष प्रस्ताव तैयार किए गए हैं। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस संबंध में जानकारी दी गई है। राजधानी एक्सप्रेस की तर्ज पर ट्रेनों में कोच लगाने की योजना तैयार की गई है। इस साल के अंत तक 200 कोच बदलकर लगा दिए जाएंगे। अगले तीन से चार सालों में सभी ट्रेनों के कोच आधुनिक हो जाएंगे। साथ ही, यूपी से आठ वंदे भारत ट्रेनों के गुजरने की भी बात इस बजट से साफ हुई है। वाराणसी-नई दिल्ली वंदे भारत ट्रेन की तर्ज पर सेंट्रल रेलवे के स्टेशनों से होकर 8 ट्रेनें गुजरेंगी। इनमें लखनऊ से कानपुर होते नई दिल्ली तक की वंदे भारत भी शामिल हैं। इसके लिए सर्वे शुरू करा दिया गया है।

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