बिना नर के मादा मगरमच्छ कैसे हुई प्रेग्नेंट:हैरान करने वाली वर्जिन बर्थ थ्योरी
कोस्टा रिका में एक मादा मगरमच्छ ने फर्टिलाइज अंडे दिए हैं, चौंकने वाली बात ये कि जिस बाड़े में ये मादा मगरमच्छ रह रही थी, उसमें पिछले 16 साल से किसी भी नर मगरमच्छ की एंट्री नहीं हुई.
बच्चे को जन्म देने के लिए जोड़े की जरूरत होती है, मगर कुछ रेप्टाइल मादा ऐसी भी हैं जो बिना मेटिंग के ही फर्टिलाइज अंडे या बच्चे को जन्म दे सकती हैं. अब तक मछली, सांप और छिपकली जैसे रेप्टाइल में हम ये खूबी सुनते भी आए हैं, सूत्रों के अनुसार यह वैज्ञानिकों के सामने एक नई पहेली की तरह है .
दरअरल कोस्टा रिका में एक मादा मगरमच्छ ने फर्टिलाइज अंडे दिए हैं, चौंकने वाली बात ये कि जिस बाड़े में ये मादा मगरमच्छ रह रही थी, उसमें पिछले 16 साल से किसी भी नर मगरमच्छ की एंट्री नहीं हुई. वैज्ञानिकों ने इन अंडों पर रिसर्च की. इसमें सामने आया कि मादा मगरमच्छ का नर मगरमच्छ से कभी संपर्क नहीं हुआ था. यह इस प्रजाति से वर्जिन बर्थ का पहला मामला माना जा रहा है.
क्या है वर्जिन बर्थ
वर्जिन बर्थ एक सामान्य प्रक्रिया है, साइंस में इसे parthenogenesis यानी पार्थेनोजेनेसिस कहा जाता है. यह ग्रीक भाषा के दो शब्द पार्थीनो और जेनेसिस से बना है. हिंदी में इसका अर्थ है कि ‘लैंगिक जनन के बिना नए जीवन की उत्पत्ति’ यानी साथी के साथ संभोग के बिना बच्चे को जन्म देना. अभी तक चीटी, सांप, छिपकली, मछली और मधुमक्खी की कुछ प्रजातियां वर्जिन बर्थ का उदाहरण हैं. इनमें सेक्स क्रोमोसोम नहीं होते. ये पार्थेनोजेनेसिस से ही प्रजनन करते हैं.
क्यों चर्चा में है वर्जिन बर्थ
कोस्टा रिका में मादा मगरमच्छ द्वारा फर्टिलाइट अंडे दिए जाने के बाद से वर्जिन बर्थ चर्चा में है. दरअसल ये मगरमच्छ जू के एक बाड़े में है. एक रिपोर्ट के मुताबिक इस मादा मगरमच्छ 14 अंडे दिए थे और उनकी रखवाली के लिए ये पानी से बाहर जाती थी. जू कीपर ने जब इसकी सूचना दी तो सभी चौंक गए, क्योंकि ये मादा मगरमच्छ पिछले 16 साल से किसी नर मगरमच्छ के संपर्क में नहीं आई थी. इसके बाद ये जानने के लिए रिसर्च शुरू हुई कि क्या सच में ऐसा हुआ था.
वर्जिन मादा मगरमच्छ के अंडों पर रिसर्च किया गया तो एक अंडे में विकसित भ्रूण मिला. रिसर्च करने वाली टीम को लीड किया वर्जीनिया टेक के विकासवादी जीवविज्ञानी वॉरेन बूथ ने जो पार्थेनोजेनेसिस के विशेषज्ञ हैं. उनके मुताबिक यह भ्रूण पूरी तरह से मादा मगरमच्छ जैसा था. इस रिसर्च को बॉयोलॉजी लेटर में प्रकाशित किया गया है. इस लेख में मादा मगरमच्छ द्वारा वर्जिन बर्थ दिए जाने को डायनासोरों से जोड़ा गया है, वैज्ञानिकों का मानना है कि शायद डायनासोर भी वर्जिन बर्थ देने में सक्षम रहे होंगे.