अराजकता का पर्याय बना पश्चिम बंगाल… JDU नेता राजीव रंजन के निशाने पर TMC

Pashchim Bangal News: पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद हिंसा के पीछे स्थानीय टीएमसी नेता का हाथ होने के खुलासे के बाद बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड के प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि पश्चिम बंगाल अराजकता का पर्याय बन चुका है।

कलकत्ता उच्च न्यायालय की समिति द्वारा जारी रिपोर्ट में इस खुलासे के बाद जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने मीडिया से बातचीत में अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, “इसमें पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के लिए जवाब देना बेहद मुश्किल है। उच्च न्यायालय की यह रिपोर्ट है और टीएमसी के कार्यकर्ताओं की भूमिका को लेकर ही सवाल खड़े किए हैं। हम पहले भी कहते रहे हैं, पश्चिम बंगाल अराजकता का पर्याय बन चुका है।”

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उन्होंने आगे कहा कि पश्चिम बंगाल में कानून के शासन के नाम पर एक तरह का वातावरण बना है, जिसमें टीएमसी के राजनीतिक कार्यकर्ता, आपराधिक गिरोह और पुलिस की एक सांठगांठ है, उसका एक गठजोड़ है। उन्होंने कहा कि चाहे वह महिला डॉक्टर के साथ रेप के बाद हत्या का मामला हो या अलग-अलग इलाकों में हुई घटनाएं। उसके बाद यह मुर्शिदाबाद का खौफनाक मंजर है। सभी के लिए स्थिति स्पष्ट है।

उन्होंने साफ लहजे में कहा कि अब इस हालात के बाद स्थिति बिलकुल स्पष्ट हो चुकी है कि आने वाले चुनाव में ममता बनर्जी के लिए वापसी कर पाना बिल्कुल भी संभव नहीं है।

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उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में वक्फ बिल के विरोध में प्रदर्शनों के दौरान हिंसा हुई थी। मामला राष्ट्रीय स्तर पर चर्चित हुआ था। कलकत्ता हाई कोर्ट ने इस हिंसा की जांच के लिए एक तीन सदस्यीय समिति बनाई थी। इस समिति ने अपनी रिपोर्ट में पश्चिम बंगाल के स्थानीय अधिकारियों की गंभीर लापरवाही बताई है। उस समय स्थानीय पुलिस पूरी तरह से निष्क्रिय और अनुपस्थित थी। रिपोर्ट में यह भी आरोप लगाया गया है कि धुलियान शहर में हमलों को भड़काने में एक स्थानीय पार्षद ने अहम भूमिका निभाई थी।

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