विश्व को दिखा Indian Army की ताकत; पाक पर जवाबी कार्रवाई से चीन सहित पश्चिमी देशों में बेचैनी!

India-Pakistan conflict: पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने जिस तरह पाकिस्तान में घुसकर आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया, उससे पाकिस्तान ही नहीं पूरी दुनिया हैरान है.

India-Pakistan conflict: पिछले कई दशकों से बॉर्डर पार से नासूर बने आतंकियों को भारतीय सेना ने पाकिस्तान में घुसकर उनकी कमर तोड़ दी. अब दुनिया खासकर चीन, तुर्किए और यूरोपियन देश आज के बदले हुए इस भारत के कदम से हैरान-परेशान हैं.

भारतीय सशस्त्र सेनाओं ने ऑपरेशन सिंदूर चलाकर पाकिस्तान और पाक अधिकृत जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के साथ टेरर के पनाहगाह पाकिस्तान को उसकी औकात बता दी. ऑपरेशन सिंदूर के जरिए भारत ने 7 मई को आतंकियों के 9 ठिकानों को बर्बाद कर दिया.

भारतीय सेना के इस अचूक हमले में 100 से ज्यादा आतंकी हलाक हो गए. इतना ही नहीं इंडियन मिलिट्री के इस बदले रुख ने पाकिस्तान के जवाबी हमलों के बाद उसके कई एयरबेस और हवाई अड्डों को तबाह कर दिया. उसके सैकड़ों ड्रोन रास्ते में ही खत्म कर दिए गए. सेना ने पाकिस्तान द्वारा छोड़ी गई मिसाइलों को उन्हीं के देश में दफन कर दिया.

बता दें कि ऑपरेशन सिंदूर के अगले तीन दिनों में पाकिस्तान ने 8, 9 और 10 मई को भारतीय सैन्य ठिकानों को निशाना बनाकर जवाबी कार्रवाई करने की भरपूर कोशिश की. लेकिन भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान की इन सभी कोशिशों को भारत ने नाकाम कर उसकी बोलती बंद कर दी.

अब इसको लेकर विशेषज्ञों ने अपनी राय जाहिर करते हुए कहा है कि दुनिया वालों को ये उम्मीद नहीं थी कि भारत आतंकियों को मिटाने के लिए इतना बड़ा जोखिम उठाएगा, और इतना सटीक और अचूक निशाना लगाएगा. अब जब साढ़े तीन दिन तक चला ये भारत-पाक का ये सघर्ष 10 मई को युद्ध विराम के बाद समाप्त हो गया है. अब ये बातें दुनिया के कई देशों की बेचैनी बढ़ा गई हैं. उन्हें अब ये डर लग रहा है कि दुनिया की ताकत का नया समीकरण बनता दिख रहा है.

“अंतरराष्ट्रीय मामलों और विदेश नीति के एक्सपर्ट नवरूप सिंह ने भारत-पाकिस्तान वॉर का बड़ी ही सरलता से जबाब दिया. उन्होंने कहा है कि पाकिस्तान पर इंडिया के जवाबी हमले को लेकर पश्चिमी देशों के साथ-साथ चीनी गलियारों में भी एक दहशत फैल गई है. सिंह ने भारत की जवाबी कार्रवाई को सिर्फ़ सैन्य ताकत नहीं, बल्कि मानसिक प्रहार बताया है. उन्होंने कहा कि भारत, इस लेवल की प्रतिक्रिया करेगा, किसी ने सोचा नहीं था.”

नवरूप सिंह आगे कहते हैं कि पाकिस्तान ने हथियारबंद ड्रोनों का भंडार बना रखा था. उसके पास नए-नए घातक ड्रोन थे. इतना ही नहीं तुर्की, चीन और पश्चिमी देशों के बीच बढ़ते गठजोड़ की वजह से भी पाकिस्तान का मनोबल बढ़ा हुआ था. उन्होंने कहा कि तुर्की मूल का कामिकेज़ ड्रोन यिहा-III इस गठजोड़ से निकला सबसे खतरनाक हथियार था. वहीं तुर्किए के यिहा-III को पाकिस्तान ने तेजी से अपने शस्त्रागार में शामिल किया था.

उन्होंने कहा कि भारतीय वायु सेना ने पाकिस्तान से भेजे गए ड्रोनों को पंजाब, जम्मू-कश्मीर और राजस्थान के ऊपर रोका है. उन्होंने कहा, “यह ड्रोन युद्ध का उद्देश्य भारी तबाही मचाना था. इसका मकसद रडार को थका देना और झूठे अलार्म बजाना था.”

उन्होंने कहा, “यह अब सिर्फ़ पाकिस्तान का युद्ध नहीं रहा. यह एक ऐसा युद्ध है जिसे कुछ ऐसे तत्वों के समूह द्वारा समर्थन दिया जा रहा है. ये तत्व आज के आत्मनिर्भर एवं तकनीकी रूप से सक्षम भारत से भयभीत हैं. और इन तत्वों का ये डर ऑपरेशन सिंदूर के साथ चरम पर पहुंच गया है. उसका नमूना उनको तब दिखा, जब भारतीय सैन्य बलों ने पाकिस्तानी एयरबेसों पर हमला कर कुछ ही घंटों में उनके प्रमुख रडार, ड्रोन डिपो और एयर डिफेंस ग्रिड को निष्क्रिय कर दिया.”

कहा, “यह सिर्फ़ भारत की सामरिक सैन्य सफलता नहीं थी, बल्कि खुले तौर पर भारत ने पाकिस्तान पर सामरिक और हवाई श्रेष्ठता की जंग जीत ली. भारत की इस बदली हुई ताकत ने न सिर्फ पाकिस्तान, बल्कि वॉशिंगटन, बीजिंग और अंकारा में नीति नियोजकों को आश्चर्यचकित कर दिया.

उन्होंने कहा कि, “भारत के इस रूप से यूएसए और चीन भी हैरान-परेशान हैं. ये दोनों देश अभी तक वैश्विक संतुलन को परिभाषित करने का अपना अकेला का अधिकार मानते हैं, मगर अब स्थित बदल गई है. भारत इतनी निर्णायक प्रतिक्रिया देगा, इसका न तो किसी ने अनुमान लगाया था कि न ही किसी ने सोचा था.

दुनिया के देशों को ये अंदाजा नहीं था कि भारत सार्वजनिक रूप से खुद को एक आधुनिक सैन्य पॉवर के रूप में खुद को स्थापित करेगा. इसके साथ ही परमाणु हथियार संपन्न पाकिस्तान के खिलाफ एकतरफा सीमा पार कर कार्रवाई करेगा. इसको लेकर पश्चिमी देशों और चीनी गलियारों में घबराहट देखी जा रही है.

पीएम मोदी को सफल बताया 

वही पाकिस्तानी विश्लेषक कमर चीमा ने भारतीय पीएम नरेंद्र मोदी को सफल बताया है. उन्होंने एक कार्यक्रम में कहा कि ‘मोदी साहब 200 फीसदी कामयाब हैं. उन्होंने आपके घर के अंदर घुसकर हमला किया है. इस चीज को याद रखें.’ चीमा ने भारत के खिलाफ पाकिस्तान की इज्जत गंवाने के लिए पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ के नेतृत्व को कन्फ्यूज बताया.

गौर करें तो भारत ने न्यूक्लियर पॉवर से संपन्न पाकिस्तान की हवाई सुरक्षा और उसके कई ठिकानों को बर्बाद कर दिया. अब ये बात वॉशिंगटन से लेकर बीजिंग, अंकारा और लंदन में चर्चा का विषय बना हुआ है.

भारत और पीएम नरेंद्र मोदी का कद बढ़ा 

इस बीच, ऑपरेशन सिंदूर के बाद पीएम मोदी ने अपने पहले संबोधन में कहा कि भारत परमाणु ब्लैकमेल के आगे नहीं झुकेगा. उन्होंने पाकिस्तान को भी संदेश दिया कि आतंक और बातचीत एक साथ नहीं चल सकते. आतंक और व्यापार एक साथ नहीं चलेंगे. राष्ट्र के नाम 22 मिनट के संबोधन में मोदी ने कहा, “वे इतने सालों से जिन आतंकवादियों को पाल रहे हैं और पाल रहे हैं, वे पाकिस्तान को ही निगल जाएंगे. अगर पाकिस्तान को बचना है, तो उसे आतंकवाद को जड़ से खत्म करना होगा.”

पीएम मोदी ने जोर देकर कहा था कि आतंकवाद को प्रायोजित करने वाली सरकार और आतंकवादियों के बीच हमारा भारत अब कोई अंतर नहीं करेगा. मोदी ने कहा कि पाकिस्तान के साथ बातचीत अब सिर्फ आतंकवाद और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (POK) पर होगी.

वहीं, पंजाब के आदमपुर एयरबेस पर पीएम ने कहा, “हमारे ड्रोन, हमारी मिसाइलें, इसकी कल्पना करके पाकिस्तान कई दिनों तक सो नहीं पाएगा. ऑपरेशन सिंदूर के ज़रिए आपने देश का आत्मविश्वास बढ़ाया है, देश को एकता के सूत्र में बांधा है और आपने भारत की सीमाओं की रक्षा की है.

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