टीवी देखने के लिए लेनी पड़ती है इजाजत, इस देश में दुनिया की खबरें देखना है पाप..
इस देश में अपनी मर्जी से टीवी नहीं देख सकते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उत्तर कोरिया में कोई भी बाहरी न्यूज चैनल नहीं देख सकता है। जिसकी वजह से यहां के लोगों को दुनिया की अधिक जानकारी नहीं होती है।
North Korea Rules: दुनिया में ऐसी कई जगहें हैं, जहां के अपने नियम, कायदे और कानून हैं। वहीं कई देश ऐसे भी हैं जहां के कानून बेहद ही अजीबोगरीब हैं। जिन्हें सुनने के बाद लोग भी हैरान रह जाते हैं। आज हम आपको एक ऐसे देश के बारे में बताएंगे जिसके नियम बेहद ही चौंकाने वाले हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि यहां कोई भी अपनी मर्जी से टीवी तक नहीं देख सकता। यहां खुद के तीन से चार टीवी चैनल्स हैं लेकिन उनपर दुनिया की कोई खबर नहीं दिखाई जाती है। वहीं सबसे हैरानी वाली बात ये है कि इस देश में एक प्रतिशत से भी कम लोगों के पास इंटरनेट की सेवा मौजूद है।
हम बात कर रहे हैं उत्तर कोरिया की जहां का शासक तानाशाह किम जोंग उन है। बेशक इस देश के बारे में आपने सुना ही होगा। क्योंकि ये अक्सर ही अपने अजीबोगरीब नियमों की वजह से चर्चा में बना रहता है। इन दिनों यह देश एक बार फिर से चर्चा में है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस देश में कोई भी बाहरी न्यूज चैनल नहीं देख सकता है। यही वजह है कि यहां रहने वाले लोगों को दुनिया के बारे में अधिक जानकारी नहीं हो पाती है।
नेता का किया जाता है गुणगान
दरअसल, उत्तर कोरिया में मीडिया पर सरकार का पूरी तरह से नियंत्रण है। यहां की सरकार जो चाहती है सिर्फ उसे ही टीवी पर दिखाया जाता है। यहां पर सिर्फ तीन या चार चैनल हैं जिन पर सिर्फ उत्तरी कोरिया और नेता किम जोंग उन का गुणगान किया जाता है। रेडियो पर भी इसी तरह के प्रोग्राम सुनने को मिलते हैं।
विदेशी चैनल देखने पर मिलती है कड़ी सजा
आपको बता दें कि उत्तर कोरिया में अगर गलती से भी कोई विदेशी चैनल देखते या फिर सुनते हुए पकड़ा जाता है तो उसे कड़ी सजा दी जाती है। सबसे हैरानी वाली बात यह है कि उसे जेल भी हो सकती है। जिन रेडियो चैनलों से सरकार नाराज होती है, उनको बंद कर किया जाता है। इतना ही नहीं उत्तर कोरिया में चैनलों पर खराब अर्थव्यवस्था और अकाल के बारे में खबरें दिखाने पर भी रोक है।
विदेशियों से फोन पर नहीं कर सकते हैं बात
उत्तर कोरियों में कुल आबादी के 0.1 फीसदी लोग ही इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं। इस देश में कोई समाचार पोर्टल नहीं है। चीन की एक वेबसाइट उरीमिन्जिककिरी उत्तर कोरियाई स्रोतों से यहां के बारे में समाचार बताती है। सबसे हैरानी वाली बात यह है कि यहां के लोग विदेशियों से फोन पर बात भी नहीं कर सकते हैं।
1 फीसदी लोग करते हैं इंटरनेट का इस्तेमाल
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, यहां के लोगों के लिए एक आशा चीन सीमा पर बसे कुछ गांव हैं, क्योंकि यहां पर दक्षिण कोरिया के टीवी चैनल आते हैं। यहां पर फिल्मों का प्रसारण होता है। बता दें कि उत्तर कोरिया की कुल आबादी के 0.1 फीसदी लोग ही इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं। इस देश में कोई समाचार पोर्टल नहीं है। चीन की एक वेबसाइट उरीमिन्जिककिरी उत्तर कोरियाई स्रोतों से यहां के बारे में समाचार बताती है।