डिजिटल शिक्षा में उप्र की धमक, शिक्षक छात्र व अभिभावक सभी कर सकेंगे दीक्षा एप से पढ़ाई

शिक्षकों, छात्रों व अभिभावकों को 15 दिसंबर तक दीक्षा एप के बारे में देंगे जानकारी

लखनऊ। कोरोना काल के बाद यूपी में सरकार द्वारा ऑनलाइन शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए तेजी से प्रदेश भर में कार्य किया जा रहा है।

परिषदीय विद्यालयों में ऑनलाइन शिक्षा का ढ़ांचा और मजबूत करने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से छात्र छात्राओं व अभिभावकों को दीक्षा एप का इस्‍तेमाल करने के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा।

उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से दीक्षा पोर्टल पर प्रतिदिन एक करोड़ कंटेंट प्ले अपलोड करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

इस अभियान के तहत परिषदीय स्कूल के शिक्षक 15 दिसंबर तक अपने स्‍कूल के 10 विद्यार्थियों व अभिभावकों को दीक्षा एप को डाउनलोड करा कर उसका उपयोग करने के तरीकों के बारे में जानकारी देंगे।

केंद्र सरकार के शिक्षा मंत्रालय ने ऑनलाइन शिक्षा को बढ़ावा देने और छात्रों व अभिभावकों तक पहुंचाने के उद्देश्य से दीक्षा (डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर फॉर नॉलेज शेयरिंग) एप का शुभारंभ किया गया था।

स्कूली शिक्षा के राष्ट्रीय डिजिटल मंच दीक्षा को ‘एक राष्ट्र-एक डिजिटल प्लेटफॉर्म’ के तौर पर घोषित किया गया है।

इसमें अंग्रेजी, हिंदी, संस्कृत, गणित, विज्ञान, पर्यावरण अध्ययन, इतिहास, नागरिक शास्त्र, भूगोल विषयों के लिए कक्षा एक से बारहवीं तक के पाठ्यक्रम के आधार पर 5000 से अधिक वीडियो के माध्यम से समृद्ध शैक्षिक सामग्री मुहैया करायी गई है।

70 लाख से अधिक क्‍यूआर कोड स्‍कैन किए गए हैं। दो करोड़ से अधिक बार कन्‍टेंट प्‍ले किया जा चुका है। शिक्षकों के लिए 80 प्रशिक्षण पाठ्यक्रम एप पर उपलब्ध कराए गए हैं।

“महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद के मुताबिक दीक्षा एप को बढ़ावा देकर छात्रों की पहुंच उत्कृष्ट डिजिटल शैक्षिक सामग्री तक पहुंचाना है।

इससे बच्चे विभिन्न विषयों को रोचक तरीके से सीख-समझ सकें, इसके लिए दीक्षा का प्रचार-प्रसार आवश्यक है।

इस एप का इस्तेमाल कर छात्र-छात्राएं सभी कक्षाओं के विषयों और टॉपिक से संबंधित डिजिटल कंटेंट सर्च कर सकते हैं।

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