सिपाही भर्ती पेपर लीक की अफवाह पर पूर्व मंत्री समेत 7 लोगों के विरुद्ध FIR दर्ज

UP Police Constable Exam 2024 LIVE: सोशल मीडिया पर सिपाही भर्ती परीक्षा के पेपर लीक होने की अफवाह फैलाने वालों पर शिकंजा कसना शुरू हो गया है। यूपी पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा पेपर लीक की अफवाह फैलाने के मामले में सपा के पूर्व मंत्री यासर शाह समेत 7 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज कराई गई है. भर्ती बोर्ड ने हुसैनगंज थाने में एफआईआर दर्ज कराई है.

टेलीग्राम पर चल रहे चैनल @upp paper leak 2024, @VENOM व PROOF OF STUDENT के अलावा आदित्य तोमर के टेलीग्राम अकाउंट के जरिये फर्जी प्रश्नों को वायरल कर क्यूआर कोड भेजकर रुपयों की मांग की जा रही है। कई अन्य टेलीग्राम अकाउंट से भी यह फर्जीवाड़ा किया जा रहा है। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए केस दर्ज कर टीमों को मामले की तफ्तीश में लगाया है।

यूपी पुलिस भर्ती बोर्ड ने दी ये जानकारी
उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने एफआईआर में कहा कि कुछ शरारती तत्वों द्वारा इस परीक्षा की शुचिता पर अनावश्यक लांछन लगाए जाने के उद्देश्य से विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पेपर लीक हो गया कि अफवाह फैलाते हुए दुष्प्रचार किया जा रहा है. इन लोगों का मकसद गलत अफवाह फैलाना व भर्ती के अभ्यर्थियों को धोखा देकर फर्जी पेपर के बदले धन की उगाही करना है. अभ्यर्थियों के साथ धोखाधड़ी एवं छल की कोशिश है और उनके भविष्य को धूमिल करने की कोशिश है.

यूपीआई आईडी वालों पर शिकंजा
फर्जी पेपर लीक भेजकर जिनकी यूपीआई आईडी रुपये लेने के लिए भेजी गई है, उनको भी केस में आरोपी बनाया गया है। भर्ती बोर्ड का कहना है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म टेलीग्राम चैनल पर QR code के जरिए फर्जी प्रश्न पत्र के बदले मोटी रकम मांगी जा रही है. इस मामले में शोएब नबी सेफी, हरीश कुमार भगत, डिलाइट इंटरप्राइजेज, मनु कुमार श्रीवास्तव, कपिल जांगिड़, सिद्धार्थ कुमार गुप्ता, यासर शाह समेत 7 लोगों का नाम सामने आया है. Telegram account पर चैनल UPP PAPER LEAK एवं चैनल VENOM पर फर्जी प्रश्नों को वायरल कर QR Code के माध्यम से पैसों की मांग की है. बोर्ड ने कुछ UPI आईडी भी शेयर की है.

सपा के पूर्व मंत्री पर लगा गंभीर आरोप
एफआईआर के मुताबिक सपा के पूर्व मंत्री यासर शाह ने अपने एक्स अकाउंट @yasarshah_sp से भर्ती पेपर लीक होने का असत्य व अपमानजनक पोस्ट किया है। एफआईआर में ये भी दावा किया गया है कि अन्य आरोपियों की तरह यासर शाह ने भी अलग-अलग ग्रुप व अकाउंट बनाए हैं। क्यूआर कोड भेजकर धन उगाही करने व शासन की छवि धूमिल करने की कोशिश की जा रही है।

पुलिस ने सतर्क रहने की अपील की
पुलिस अफसरों ने अभ्यर्थियों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें। बिना किसी संदेह के परीक्षा में शामिल हों। अगर कोई भी शख्स उनसे पेपर लीक आदि की बात कहकर संपर्क कर रकम मांगे तो तत्काल पुलिस को सूचित करें। ऐसे लोगों पर शिकंजा कसने के लिए पुलिस, एसटीएफ समेत कई एजेंसियां लगाई गई हैं। सोशल मीडिया की भी निगरानी की जा रही है जिससे अफवाह फैलाने वालों पर कार्रवाई की जा सके।

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