MVA में सीट शेयरिंग पर घमासान…उद्धव ठाकरे ने दिया कांग्रेस को अल्टीमेटम
Maharashtra Assembly Election 2024: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव नजदीक हैं और अभी तक विपक्षी गठबंधन MVA में सीटों का फैसला नहीं हुआ है. कांग्रेस और उद्धव ठाकरे की शिवसेना (UBT) अभी भी विदर्भ की 12 सीटों पर समझौता नहीं कर पा रहे हैं क्योंकि उद्धव ठाकरे ने लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को रामटेक और अमरावती सीटें दी थीं, जो अब विधानसभा में अधिक सीटें चाहते हैं.
इस बीच उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस को अल्टीमेटम दे दिया है। उद्धव ठाकरे की शिवसेना ने कहा कि सीट शेयरिंग तय करो नहीं तो अपनी पार्टी की लिस्ट जारी कर देंगे। ऐसे में कहा जा रहा कि ये गठबंधन रहेगा या टूट जाएगा। इस मनमुटाव के बीच कल महाविकास आघाड़ी की साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस होनीहै।
एनसीपी जारी कर सकती है लिस्ट
महाविकास अघाड़ी गठबंधन के तीनों दलों ने अपनी-अपने उम्मीदवारों की लिस्ट तैयार कर ली है। ऐसे में यदि सीट शेयरिंग पर बात नहीं बनती है तो सभी दल अपने-अपने उम्मीदवारों की सूची जारी कर देंगे। सूत्रों के अनुसार एनसीपी(SP) के उम्मीदवारों की पहली सूची तैयार हो गई है। एनसीपी (SP) की इस सूची में अजित पवार के बगावत के वक्त शरद पवार का साथ देने वाले नेताओं को प्रमुखता से जगह दी गई है।
एनसीपी (SP) के संभावित उम्मीदवारों के नाम
- जयंत पाटील – इस्लामपूर
- अनिल देशमुख – काटोल
- जितेंद्र अव्हाड – कलवा मुंब्रा
- रोहिणी खडसे – मुक्ताईनगर
- रोहित पवार – कर्जत जामखेड
- रोहित पाटिल – तासगांव
- राखी जाधव – घाटकोपर पूर्व
- राजेश टोपे – घनसावंगी
- बालासाहेब पाटिल – कराड उत्तर
- प्राजक्त तानपुरे – राहुरी
- सुनील भूसरा – विक्रमगढ़
- अशोक पवार – शिरुर
- मानसिंह नाइक – शिराला
- शशीकांत शिंदे – कारेगांव
- हर्षवर्धन पाटिल – इंदापूर (हाल ही में बीजेपी से एनसीपी में आए)
इसके अलावा अजित पवार गुट को छोड़कर हाल ही में एनसीपी (SP) में आए प्रभावशाली नेताओं को भी चुनावी मैदान में उतारा जा सकता है।
कांग्रेस को 24 घंटे का अल्टीमेटम
उद्धव ठाकरे ने आज इमरजेंसी मीटिंग बुलाई है। कांग्रेस को 24 घंटे का अल्टीमेटम दे दिया है। उद्धव ने कहा कि अगर 24 घंटे में कांग्रेस का जवाब नहीं आया तो ठाकरे सेना अपनी पहली लिस्ट जारी कर देगी, लेकिन मैसेज पब्लिक में गलत न जाए इसलिए संभावित कैंडिडेट को अभी से प्रचार करने को कह दिया है। इसके साथ ही उद्धव की मांग है कि तीनों बड़े दल आघाड़ी में शामिल छोटे दलों को अपने अपने कोटे से सीटें देंगे।
इन सीटों को लेकर अनबन
बताया जा रहा है कि उद्धव ठाकरे कांग्रेस के लटकाने और भटकाने वाले तौर तरीकों से बेहद नाराज हैं। मामला ठाकरे की शिवसेना सेना और कांग्रेस के बीच विदर्भ और मराठवाड़ा की सीटों को लेकर बढ़ा है।
खतरे में है MVA का अस्तित्व
शिवसेना यूबीटी के नेताओं ने दिल्ली कांग्रेस हाईकमान और शरद पवार को अपनी नाराज़गी बताई है. अब कांग्रेस आलाकमान महाराष्ट्र एमवीए विवाद पर नजर रख रहा है. सीईसी की दिल्ली में होने वाली बैठक भी टाल दी गई है, और महाराष्ट्र से दिल्ली आने वाले कांग्रेस नेताओं को दिल्ली में ही रहने का आदेश दिया गया है. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल है कि एमवीए में सीट शेयरिंग का मुद्दा हल होगा या गठबंधन का अस्तित्व खतरे में आ जाएगा?
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