
Sunita Williams की वापसी फिर हुयी धूमिल, नहीं लॉन्च हो सका क्रू-10
Sunita Williams In Space: अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की धरती पर वापसी एक बार फिर टल गई। ‘क्रू-10 मिशन’ को स्पेसएक्स रॉकेट फाल्कन 9 से लॉन्च किया जाना था लेकिन तकनीकी कारणों से यह लॉन्चिंग टाल दी गई।
Sunita Williams In Space: ‘क्रू-10 मिशन’ से चार अंतरक्षि यात्री अंतरराष्ट्रीय स्पेस सेंटर (आईएसएस) जाने वाले हैं। इसका मकसद आईएसएस पर वर्तमान चालक दल की जगह लेना और विल्मोर तथा विलियम्स की वापसी सुनिश्चित करना है। नासा ने घोषणा की कि ‘फाल्कन 9’ रॉकेट के ग्राउंड सपोर्ट क्लैंप आर्म में हाइड्रोलिक सिस्टम की समस्या के कारण लॉन्च को रद्द कर दिया गया।
तकनीकी कारणों से टली लॉन्चिंग
स्पेसएक्स के क्रू-10 मिशन को केप कैनावेरल में कैनेडी स्पेस सेंटर से बुधवार को शाम 7.48 बजे ईटी (2348 जीएमटी) [गुरुवार सुबह 6.18 बजे आईएसटी भारतीय मानक समय] पर उड़ान भरने वाला था। यह दो अमेरिकी अंतरिक्ष यात्रियों, एक जापानी अंतरिक्ष यात्री और एक रूसी अंतरिक्ष यात्री को ले जाने वाला है। नासा ने बुधवार के प्रयास को स्थगित करने के बाद शुक्रवार को शाम 7.03 बजे ईडीटी (2303 जीएमटी) (शनिवार को 4.33 बजे आईएसटी) से पहले संशोधित प्रक्षेपण लक्ष्य की घोषणा की है।
अभी और करना पड़ सकता है इंतजार
अब उनकी वापसी नासा-स्पेसएक्स क्रू-10 मिशन (SpaceX Crew-10 Mission) पर निर्भर करती है। इस मिशन के तहत फाल्कन 9 रॉकेट बुधवार को फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर से लॉन्च किया जाना था, लेकिन देरी के कारण इसे फिर से शेड्यूल किया गया है। आईएसएस पर मौजूद क्रू-9 अंतरिक्ष यान तभी पृथ्वी पर लौट पाएगा, जब क्रू-10 वहां पहुंच जाएगा। इससे यह साफ है कि विलियम्स और विल्मोर को अभी और इंतजार करना पड़ सकता है।
अंतरिक्ष यात्री है सुरक्षित-नासा
नासा ने कहा कि विल्मोर और विलियम्स अन्य अंतरिक्ष यात्रियों के साथ आईएसएस पर शोध और रखरखाव में लगे हुए हैं और सुरक्षित हैं। नासा ने कहा कि यदि क्रू-10 मिशन शुक्रवार को प्रक्षेपित होता है, तो अंतरिक्ष यात्री विल्मोर और विलियम्स को लेकर क्रू-9 मिशन के बुधवार, 19 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) से प्रस्थान करने की उम्मीद है।
बता दें कि सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर पिछले साल 5 जून को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन गई थी. उन्हें एक हफ्ते बाद वापस लौटना था, लेकिन बोइंग स्टारलाइनर में गड़बड़ी की वजह से वो वहां पर फंस गईं. दोनों एस्ट्रोनॉट्स बोइंग और नासा के जॉइंट क्रू फ्लाइट टेस्ट मिशन पर स्पेस गए थे. इसके बाद उन्हें वापस लाने की कई कोशिशें हो रही हैं।