महाकुंभ में स्नान के बाद इन चीजों को घर ज़रूर लाएं… जीवन में आएगी खुशहाली

Maha Kumbh 2025 Prayagraj: हर 12 साल में आने वाला महाकुंभ, आस्था और धर्म का सबसे बड़ा पर्व माना जाता है. 2025 में इसका आयोजन प्रयागराज के पवित्र संगम पर होने जा रहा है. ऐसी मान्यता है कि महाकुंभ के पवित्र संगम में स्नान से न केवल पापों का नाश होता है, बल्कि इससे घर में सुख-समृद्धि भी आती है.

विश्व के सबसे बड़े इस धार्मिक मेले में विश्वभर से करोड़ों लोग आएंगे. अगर आप भी महाकुंभ में शाही स्नान करने जा रहे हैं या इन 45 दिनों में कभी भी गंगा, यमुना, और सरस्वती नदियों के संगम स्थल में जाएंगे तो वहां से संगम की मिट्टी समेत ये 3 चीजें साथ में लाना न भूलें

महाकुंभ में स्नान के बाद घर जरूर लाएं ये चीजें
ऐसी मान्यता है कि महाकुंभ से शुभ चीजों को घर लाने से घर और परिवार में सदैव सुख-शांति बनी रहती है और सभी तरह की समस्या से छुटकारा मिलता है। अगर आप महाकुंभ जाने का प्लान बना रहे हैं, तो इन चीजों को घर जरूर लेकर आएं, जिससे आपका जीवन सफल होगा और सफलता के मार्ग खुलेंगे।

संगम स्थल की मिट्टी
पौराणिक कथा के अनुसार, जब देवताओं और असुरों के बीच समुद्र मंथन हुआ था, तो उस दौरान अमृत कलश से प्रयागराज में अमृत की कुछ बूंदें गिरी थीं। इसी वजह से प्रयागराज की मिट्टी को बेहद शुभ माना जाता है। ऐसे में आप महाकुंभ की मिट्टी घर ला सकते हैं। ऐसी मान्यता है कि महाकुंभ की मिट्टी लाने से इंसान को सभी ग्रह दोषों से छुटकारा मिलता है।

संगम का पवित्र जल
प्रयागराज में गंगा, यमुना और सरस्वती का मिलन होता है। इसी वजह से इसे त्रिवेणी संगम के नाम से जाना जाता है। महाकुंभ ( Maha Kumbh Mela 2025) में संगम घाट पर स्नान करने के बाद जल जरूर लेकर आएं, क्योंकि त्रिवेणी संगम के जल में गंगा, यमुना और सरस्वती का जल (Water Importance) होता है। ऐसी मान्यता है कि त्रिवेणी संगम के जल को लाने से घर में खुशियों का आगमन होता है और घर में नकारात्मक ऊर्जा खत्म होती है। साथ ही सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है।

तुलसी के पत्ते
संगम में स्नान के बाद बड़े हनुमान जी के दर्शन जरूर करें. बड़े हनुमान जी के दर्शन करते समय पुजारी तुलसी के पत्ते प्रसाद स्वरूप देते हैं. ऐसे में तुलसी के पत्ते को घर में जरूर लाएं. तुलसी के पत्तों को लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी में रख दें. इससे घर में आर्थिक समस्या नहीं आती है.

शिवलिंग या पारस पत्थर
घर में खुशहाली या समृद्धि चाहते हैं तो आप ऐसी पवित्र जगह से ही शिवलिंग या पारस पत्थर लाकर उसे घर के मंदिर में स्थापित कर उसकी पूजा करें. कुछ जगहों पर देवी देवताओं की कृपा बरसती है. महाकुंभ (Mahakumbh 2025) के दौरान प्रयागराज भी ऐसी ही जगह होगी जहां सभी देवी-देवताओं का वास माना जाएगा. हर ओर पूजा का माहौल होगा. ऐसे में इस पवित्र धरती से पूजा का सामान लेकर अपने घर में लाना भी शुभ रहेगा.

कुंभ पर्व 2025 शाही स्नान तिथियां
14 जनवरी 2025 – मकर संक्रांति
29 जनवरी 2025 – मौनी अमावस्या
3 फरवरी 2025 – बसंत पंचमी
12 फरवरी 2025 – माघी पूर्णिमा
26 फरवरी 2025 – महाशिवरात्रि

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