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PM मोदी के ‘विकसित भारत’ मैसेज पर प्रतिबन्ध, आचार संहिता उल्लंघन की दो शिकायतें दर्ज
चुनाव आयोग ने मोदी सरकार के व्हाट्सएप संदेश पर तत्काल रोक लगाने के निर्देश दिए हैं। आयोग को शिकायत मिली थी कि आदर्श आचार लागू होने के बावजूद भी केंद्र सरकार द्वारा लोगों के वॉट्सएप पर ‘विकसित भारत’ के मैसेज भेजे जा रहे हैं।
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केंद्र सरकार द्वारा आम लोगों को भेजे जा रहे ‘विकसित भारत’ टाइटल वाले वॉट्सऐप संदेश पर चुनाव आयोग ने सख्ती दिखाई है। चुनाव आयोग ने इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय को इसको लेकर एक नोटिस तक जारी कर दिया है।
आयोग को शिकायत मिली थी कि लोकसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा और आचार संहिता लागू होने के बावजूद सरकार की योजनाएं बताने वाले मैसेज आम लोगों को भेजे जा रहे हैं। हालांकि, मंत्रालय ने आयोग को दिए जवाब में कहा था कि ये मैसेज आचार संहिता लागू होने से पहले भेजे गए थे, लेकिन ये सिस्टम और नेटवर्क इश्यू की वजह से देर से पहुंचे हैं।
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पीएम मोदी के खिलाफ दर्ज हो चुकी हैं आचार संहिता उल्लंघन की दो शिकायतें
चुनाव आयोग ने 16 मार्च को 7 चरणों में लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान किया है। जिसके तुरंत बाद ही आचार संहिता लागू हो चुकी है। पहले चरण का मतदान 19 अप्रैल को 21 राज्यों की 102 सीटों पर होना है। आचार संहिता लागू होने के साथ ही इसके उल्लंघन की शिकायतें भी दर्ज होने लगी हैं। पीएम मोदी के खिलाफ तो 24 घंटे में 2 शिकायतें आयोग तक पहुंच चुकी हैं।
- 18 मार्च- TMC नेता डेरेक ओब्रायन ने चुनाव आयोग को कंप्लेंट लेटर लिखा है। जिसमें उन्होंने कहा है- मोदी की ओर से 16 मार्च को आचार संहिता लागू होने के बाद विकसित भारत संकल्प यात्रा का वॉट्सऐप मैसेज देशवासियों के पास पहुंचा। डेरेक ओब्रायन ने दावा किया कि PM की ओर से भेजे गए मैसेज में भाजपा का प्रचार हुआ है।
- 17 मार्च- TMC सांसद साकेत गोखले ने पीएम मोदी के खिलाफ आचार संहिता उल्लंघन की शिकायत दर्ज कराई। गोखले का आरोप है कि पीएम मोदी ने आंध्रप्रदेश के पलनाडु में लोकसभा सीट चिलकलुरिपेट में एक चुनावी रैली में भाग लेने के लिए वायुसेना के हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल किया।
आईटी मंत्रालय ने आयोग को भेजा जवाब
इसके जवाब में इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने आयोग को बताया कि पत्र MCC लागू होने से पहले भेजे गए थे। उनमें से कुछ लोगों को नेटवर्क के चलते देरी से पहुंच पाया है।