बीएचयू की ‘सी.सी.आई लैब’ प्रदेश के उत्कृष्ट सैंपल कलेक्शन सेण्टरों में शामिल
वाराणसी: बीएचयू चिकित्सा अधीक्षक के महत्वपूर्ण प्रयासों से ‘सी.सी.आई लैब‘ बीएचयू प्रशासन के संचालन से प्रदेश के उत्कृष्ट सैंपल कलेक्शन सेण्टरों में शामिल हो चुकी है ।

आज यहाँ इमर्जेंसी के दौरान आने वाले मरीज़ों को उनके बहुमूल्य और गंभीर समय में रिपोर्ट समय से उपलब्ध करवा कर उनकी जीवन रक्षा की जा रही है ।
यही नहीं बेहतर और गुणवत्ता परक ‘पैथोलॉजी सेवाएँ प्रदान करने के लिए, लैब को ‘आईएसओ 9001: 2015’ से प्रमाणित किया जा चुका है, साथ ही प्रयोगशाला में एन.ए.बी.एल. प्रोटोकॉल अपनाये जाने के कारण क्यू. सी. आई. द्वारा, प्रयोगशाला निरीक्षण के बाद प्रारंभिक स्तर का एन. ए. बी. एल. प्रमाणपत्र भी प्रदान किया गया है.

‘सी.सी.आई प्रयोगशाला में विश्वस्तरीय अत्याधुनिक उपकरणों को स्थापित किया गया है, और इन उपकरणों को संचालित करने के लिए प्रशिक्षित कुशल मानव संसाधन की तैनाती की गयी है ।जो मरीज़ और उनके तीमारदारों को निर्धारित समय में जाँचों की रिपोर्ट उपलब्ध करवा रहे हैं ।
लेकिन बीते समय में बीएचयू का ‘सैंपल कलेक्शन सेंटर’ पूरी तरह से अव्यवस्थित था और यहाँ आने वाले मरीज़ों और उनके तीमारदारों को जगह जगह, भीड़ और यहाँ की अव्यवस्था से लगातार जूझना पड़ता था।
बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी के ‘सर सुंदरलाल हॉस्पिटल इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज़’ में प्रतिदिन सैकड़ों मरीज़ अपने चिकित्सकीय उपचार के लिए आते हैं, जहां ओपीडी में डॉक्टर्स द्वारा बताई गई अलग अलग तरह की पैथालॉजिकल जाँचों को करवाना होता है ।मरीज़ और उनके तीमारदारों के साथ साथ बीएचयू में कार्यरत कर्मचारियों के लिए भी अनुकूल वातावरण नहीं था जिसका नकारात्मक प्रभाव, मरीज़ों के साथ साथ यहाँ काम करने वाले अधिकारियों, कर्मचारियों और चिकित्सकों पर भी पड़ रहा था ।
ऐसी ही तमाम समस्याओं को देखते हुए निदेशक महोदय के महत्वपूर्ण प्रयासों से ‘सी.सी.आई लैब’विश्वस्तरीय अत्याधुनिक उपकरणों को स्थापित किया गया है, और इन उपकरणों को संचालित करने के लिए प्रशिक्षित कुशल मानव संसाधन की तैनाती की गयी है ।जिससे मरीज़ और उनके तीमारदारों को निर्धारित समय में जाँचों की रिपोर्ट उपलब्ध करवा सके।
24 घंटे और सातों दिन चलने वाली भारत की सर्वोत्तम प्रयोगशालाओं में से एक ‘सी. सी. आई प्रयोगशाला में 50 से अधिक सैंपल कलेक्शन चेयर के साथ वर्क स्टेशन मौजूद हैं जो हर घंटे व्यवस्थित तरीके से लगभग 400 से 500 मरीज़ों के सैंपल लेने का कार्य कर रहे हैं ।
जहां पूर्व में यहाँ सिर्फ़ बायोकेमिस्ट्री और सी.सी.सी. के ही परीक्षण हो पाते थे, रिर्पोट समय से ना मिलने के कारण मरीज़ों का समय, श्रम और धन बर्बाद होता था। लेकिन आज ‘सी. सी. आई लैब में हिमेटोलॉजी की सभी जाँचों के साथ साथ बायोकेमिस्ट्री, इम्यूनोएसे और कोएगूलेशन जैसे सभी प्रकार के परीक्षणों को अत्याधुनिक उपकरणों एवं मानव संसाधनों के द्वारा निर्धारित समय में उपलब्ध करवाया जा रहा है ।

यहाँ के सैंपल कलेक्शन सेंटर में आधुनिक तकनीक पर आधारित ‘न्यूमेटिक सैंपल ट्रांसपोर्ट सिस्टम’, स्थापित किया गया है जो सैंपल को पैथोलॉजी प्रयोगशाला में ट्रांसपोर्ट करके निश्चित समय में रिपोर्ट उपलब्ध करवाने में पूरी तरह से दक्ष है।

सी.सी.आई प्रयोगशाला की महत्वपूर्ण उपलब्धि यहाँ मरीज़ के ‘सैंपल की जाँच रिपोर्ट तैयार होने के बाद मरीज़ द्वारा दिये गये मोबाइल नंबर पर लिंक भेज दिया जाता है जिससे भेजी जाने वाली ऑनलाइन रिपोर्ट’ मरीज़ या तीमारदार घर बैठे ही देख सकता है ।
‘सी.सी.आई लैब के रूप में बीएचयू की स्वास्थ्य सेवाओं का सुदृढीकरण एवं उच्चीकरण होना सर सुन्दरलाल हॉस्पिटल इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज़ की महत्वपूर्ण उपलब्धि है जो उत्तर प्रदेश के साथ साथ दूरदराज के अन्य प्रदेशों से आने वाले मरीज़ और तीमारदारों को बिना किसी कठिनाई के उचित इलाज एवं अत्याधुनिक पैथोलॉजी सेवाओं के साथ एक बेहतर वातावरण प्रदान कर रहा है ।
