यूपी में कचरे पर किचकिच! BJP और SP के जुबानी जंग में भाषा की मर्यादा हुई तार-तार

UP News: उत्तर प्रदेश के ऊर्जा एवं शहरी विकास मंत्री ए. के. शर्मा और राज्य के मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के मीडिया प्रकोष्ठ के बीच सोशल मीडिया पर हुई तीखी नोकझोंक के बाद, मंत्री के भाई ने सपा नेताओं और पार्टी के हैंडल पर उन्हें बदनाम करने का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई है।

दरअसल, योगी सरकार में मंत्री एके शर्मा की टीम और सपा मीडिया सेल शनिवार को आपस में भिड़ गए। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर जमकर तू-तू, मैं-मैं हुई। इतना ही नहीं मामला गाली गलौज तक पहुंच गई। हुआ यूं कि 4 अक्टूबर को सपा की मीडिया सेल ने एक अखबार की कटिंग शेयर की। इसमें कानपुर की चंद्रयान-3 सड़क की बदहाल स्थिति दिखाई पड़ रही है। कैप्शन में लिखा- कौन सी भ्रष्ट शराब का नशा करके सो रहा मंत्री? उठकर देख अपना निकम्मा और नकारापन।

मंत्री के भाई ने दर्ज कराया मुकदमा
मऊ जिले के सरायलखंसी थाना में भारतीय न्याय संहिता की धारा- 221, 352, 353 और आईटी ऐक्ट की धारा-67 के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया है। एके शर्मा के भाई अरुण शर्मा और साधु राय की तरफ से यह मुकदमा दर्ज कराया गया है। उन्होंने लिखा है कि सपा के नेताओं की शह पर मीडिया सेल के अराजक तत्व हमारे परिवार को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। परिवार पर अनर्गल आक्षेप लगाने से भाजपा समर्थकों में आक्रोश है, जिसकी वजह से कोई अप्रिय घटना भी हो सकती है।

क्या लिखा सपा मीडिया सेल ने?
समाजवादी पार्टी मीडिया सेल ने लिखा- श्रीमान कूड़ा कचरा मंत्री महोदय आपने गृह क्षेत्र का तो कोई विकास करवा दीजिए। या सिर्फ भ्रष्टाचार पे भ्रष्टाचार कर कर के अटैची इकट्ठा करेंगे साधु राय और अनिल शर्मा के जरिए से? नोएडा अथॉरिटी में किसी महिला लेखपाल और अनिल शर्मा (जांच हो रही है जिसके भ्रष्टाचार की) के जरिए से और भ्रष्टाचार की रकम अटैची में भर भर के आती है आपके पास ऐसी खबरें हैं ?

एके शर्मा की टीम का आया जवाब
जवाब में एके शर्मा के ऑफिस टीम ने सोशल मीडिया प्‍लेटफॉर्म X पर लिखा, टोटी चोर जहां-जहां जाते हैं, वहां से टोटी निकालने की वजह से जलभराव हो ही जाता है। इस सड़क पर भी हो न हो ऐसा कुछ कारण हो। देख लो उधर की कोई टोटी खुलकर तुम्हारे घर आई है क्या? हम इसकी जांच अवश्य कराएंगे। टोटी चोर की तरफ उनका इशारा सपा प्रमुख अखिलेश यादव की ओर था। एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्‍यारोप की जंग कुछ ही देर में गाली-गलौज तक जा पहुंची। इसके बाद मामला थाने तक जा पहुंचा।

FIR के बाद भी सपा की मीडिया सेल ने हमला जारी रखते हुए लिखा कि मंत्री महोदय ने अपने भाई के जरिए से एफआईआर करवाकर खुद ये साबित कर दिया कि जो खबरें उनके भ्रष्टाचार के संदर्भ में मार्केट में हैं वो सत्य हैं? भाजपा के अंदरूनी हलकों में भी मंत्री महोदय के परिवारवाद/भ्रष्टाचार संबंधी चर्चाओं का बाजार गर्म है? “अंदर की बातें बाहर” जो आ रही हैं वो मंत्री महोदय के द्वारा सत्यापित कर दी गई हैं? मंत्री महोदय ज्यादा विचलित हैं। अभी उनका विचलन और बढ़ेगा जब भ्रष्टाचार की पोल पट्टी और खुलेगी जमकर खुलेगी और जोरदार खुलेगी।

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