
सपा सुप्रीमो अखिलेश समेत तीन पर मानहानि का नोटिस, Deputy CM पर की थी अभद्र टिप्पणी
UP News: उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के खिलाफ समाजवादी पार्टी (सपा) के मीडिया सेल द्वारा की गई अमर्यादित एवं अशोभनीय टिप्पणी को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कार्रवाई की कवायद शुरू कर दी है। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव, प्रदेश अध्यक्ष एवं मीडिया सेल के विरूद्ध मानहानि का नोटिस भेजा गया है।
सोमवार को मीडिया से बातचीत के दौरान अधिवक्ता प्रशांत सिंह अटल ने कहा कि समाजवादी पार्टी के मीडिया सेल की ओर से डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के लिए अर्मयादित भाषा का प्रयोग किया गया। इसके जवाब में मैंने समाजवादी पार्टी के मीडिया सेल से जुड़े तीन लोगों को कानूनी नोटिस भेजा है, जिसमें इसके प्रभारी और प्रदेश अध्यक्ष भी शामिल हैं, क्योंकि पार्टी अखिलेश यादव के नेतृत्व में काम करती है। यह मानहानि की श्रेणी में आता है, खासकर इसलिए क्योंकि एक बेहद लोकप्रिय नेता के लिए अपमानजनक तरीके से टिप्पणी की गई थी। इसलिए, मैंने उन्हें सार्वजनिक रूप से माफी मांगने के लिए 15 दिन का समय दिया है। ऐसा न करने पर, हम तीनों व्यक्तियों के खिलाफ आपराधिक और सिविल दोनों तरह का मानहानि का मुकदमा दायर करेंगे।
यह भी पढ़ें…
CM Yogi से क्रिकेटर मोहम्मद शमी ने की मुलाकात… मिला रिटर्न गिफ्ट
शनिवार को सपा के सोशल मीडिया सेल ने ब्रजेश पाठक के डीएनए पर सवाल खड़े किए थे। उन पर व्यक्तिगत और आपत्तिजनक बातें कही गई थीं। सपा ने ‘एक्स’ पर लिखा था, “ब्रजेश पाठक का डीएनए सोनागाछी और जीबी रोड का है।” सपा की इस पोस्ट पर ब्रजेश पाठक ने पलटवार करते हुए अखिलेश और डिंपल यादव से सवाल पूछा – “क्या वे इस स्त्री-विरोधी और पतित मानसिकता को स्वीकार करेंगे? क्या यही उनकी पार्टी की भाषा है?”
यह भी पढ़ें…
ISI के लिए जासूसी करने वाला यूपी का शहजाद गिरफ्तार, मसाला-लिपस्टिक का था कारोबार
इस पूरे मामले पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया। उन्होंने लिखा, “हमने उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री की टिप्पणी का संज्ञान लेते हुए, पार्टी स्तर पर उन लोगों को समझाने की बात कही है जो समाजवादियों के डीएनए पर दी गई आपकी ‘अति अशोभनीय टिप्पणी’ से आहत होकर अपना आपा खो बैठे। आइंदा ऐसा न हो, हमने उनसे तो ये आश्वासन ले लिया है लेकिन आपसे भी यही आशा है कि आप जिस तरह की बयानबाजी निंरतर करते आए हैं उस पर भी विराम लगेगा।
आप जिस स्तर के बयान देते हैं वो भले आपको अपने व्यक्तिगत स्तर पर उचित लगते हों लेकिन आपके पद की मर्यादा और शालीनता के पैमाने पर किसी भी तरह उचित नहीं ठहाराये जा सकते हैं।“
यह भी पढ़ें…