तनाव दूर करने में कारगर हैं ये तरीके, आजमाकर देखिए; होगा असर

Feeling Stressed

कोरोना महामारी के बाद लगभग दो वर्षों से अधिकांश लोग तनाव, चिंता, बैचेनी का अनुभव करने लगे हैं।

दरअसल मुश्किल हालातों के कारण हमारे मस्तिष्क का एक हिस्सा, जिसे एमिग्डाला कहा जाता है वह निरंतर उत्तेजना महसूस कर रहा है।

इस मुश्किल वक्त में एमिग्डाला ऐसा बटन बन गया है, जो स्विच ऑफ नहीं हो रहा, लिहाजा जीवन में बेचैनी और चिंताएं भी बढ़ रही हैं।

लेकिन कुछ ऐसी तरकीबें हैं, जो आपके भावनात्मक संतुलन को व्यवस्थित करेगी और नकारात्मक भावनाएं कम होंगी।

सोचने का तरीका बदलें

हम क्या सोच रहे हैं यह महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि हम किस तरीके से सोच रहे हैं यह महत्वपूर्ण है। सबसे पहले खुद को आरामदायक स्थिति में महसूस करें और उन दिनों को याद करनें जब आप अच्छा महसूस करते थे।

पुरानी यादों को ऐसा याद करें, जैसे आप उन तक दोबारा पहुंच गए हों। नकारात्मकता को दूर करके सकारात्मकता की ओर बढ़ा जा सकता है।

भावनाओं को हावी न होने दें

हमारी सभी भावनाएं हमारी भावनात्मक बुद्धिमत्ता का हिस्सा हैं। उनका उद्देश्य हमें यह बताना है कि हमें किसी चीज पर ध्यान देने की आवश्यकता है।

कुछ भावनाएं असहज भी हो सकती हैं। जब किसी चीज से हम खुश होते हैं तो अच्छा महसूस होता है।

गुस्सा, डर, हताशा जैसे नकारात्मक भाव आने पर इनकी उल्टी भावनाओं जैसे कि शांति, प्रेम, सहजता की कल्पना करें। मन को शांत रखने का प्रयास करें। 

मन की आवाज से दोस्ती

अपनी आंतरिक आवाज का पता लगाएं। खुद से पूछें कि ‘मेरी आंतरिक आवाज क्या है?’ इसको महसूस करें और देखें कि यह पूरी तरह आत्मविश्वास से भरी हुई है।

बार-बार खुद से कहें ‘सबकुछ ठीक है, अच्छा है और सुंदर है।’ इसके बाद आप काफी बेहतर महसूस करेंगे। सकारात्मक वाक्यों को जीवन में शामिल करें।

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