CBI Raid: जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के घर CBI का छापा, 300 करोड़ की रिश्वत का मामला

Jammu Kashmir: सीबीआई ने आज (22 फरवरी) J&K के पूर्व गवर्नर सत्यपाल मलिक के ठिकाने पर छापा मारा। साथ ही दिल्ली में 29 अन्य ठिकानों पर भी रेड की है। सूत्रों के अनुसार ये कार्रवाई कीरू हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट में करप्शन को लेकर की गई। 

इमेज क्रेडिट-सोशल मीडिया प्लेटफार्म

CBI जम्मू-कश्मीर में हाइड्रो इलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट के लिए आवंटित 2200 करोड़ रुपये के कथित भ्रष्टाचार केस में सत्यापाल मलिक की जांच कर रही है। बता दें कि सीबीआई का आरोप है कि सत्यपाल मलिक ने गवर्नर रहने के दौरान हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट की 2 फाइलें क्लियर करने के लिए उन्हें 300 करोड़ की रिश्वत की पेशकश की गई थी।

प्राप्त जानकारी के अनुसार यह छापेमारी साल 2019 में किश्तवाड़ में किरू हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट के लिए 2,200 करोड़ रुपये के सिविल कार्य का ठेका देने में कथित भ्रष्टाचार के मामले में हुआ है। सत्यपाल मलिक के परिसरों सहित 30 से अधिक स्थानों पर छापे मारे। मलिक, जो 23 अगस्त, 2018 से 30 अक्टूबर, 2019 तक जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल थे, ने आरोप लगाया था कि उन्हें परियोजना से संबंधित दो फाइलों को मंजूरी देने के लिए 300 करोड़ रुपये की रिश्वत की पेशकश की गई थी।बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक द्वारा इस प्रोजेक्ट में भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया गया था।

 किरू हाइड्रो प्रोजेक्ट क्या है?

जम्मू और कश्मीर के किश्तवाड़ तहसील में चिनाब नदी पर किरू पनबिजली परियोजना तैयार की गई है। इसकी आधारशिला 3 फरवरी 2019 को रखी गई थी। चिनाब नदी पर विकसित की जा रही बिजली की यह परियोजना624 मेगावॉट बिजली आपूर्ति करेगी। भारत इसे सिंधु समझौते के अनुसार बना रहा है। इस परियोजना को टोल टैक्स और राज्य सेवा कर में छूट दी गई है। इसके साथ ही 10 साल तक जल उपयोग शुल्क पर भी छूट है। इस परियोजना की लागत 4287.59 करोड़ रुपए है। इसमें जम्मू कश्मीर 49 फीसदी साझेदार है। इस परियोजना को प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली आर्थिक मामलों पर कैबिनेट समिति ने मंजूरी दी थी।

CBI ने कहा..

CBI ने पहले कहा, ‘साल 2019 में किरू हाइड्रो इलेक्ट्रिक पावर प्रोजेक्ट (HEP) के सिविल कार्यों का लगभग 2,200 करोड़ रुपये का ठेका एक निजी कंपनी को देने में कदाचार के आरोप में मामला दर्ज किया गया था।’ एजेंसी ने चिनाब वैली पावर प्रोजेक्ट्स (प्राइवेट) लिमिटेड के पूर्व अध्यक्ष नवीन कुमार चौधरी, पूर्व अधिकारियों एम एस बाबू, एम के मित्तल और अरुण कुमार मिश्रा और पटेल इंजीनियरिंग लिमिटेड के खिलाफ मामला दर्ज किया था। बता दें कि चौधरी 1994-बैच के जम्मू-कश्मीर-कैडर (अब एजीएमयूटी कैडर) भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी हैं।

बेवजह परेशान किया जा रहा है-सत्यपाल मलिक

वहीं इस छापे पर सत्यपाल मलिक ने X पर पोस्ट किया है. उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा है ‘पिछले 3-4 दिनों से मैं बिमार हूं ओर अस्पताल में भर्ती हूं. जिसके बावजूद मेरे मकान में तानाशाह द्वारा सरकारी एजेंसियों से छापे डलवाएं जा रहें हैं. मेरे ड्राईवर, मेरे साहयक के ऊपर भी छापे मारकर उनको बेवजह परेशान किया जा रहा है. मैं किसान का बेटा हूं, इन छापों से घबराऊंगा नहीं. मैं किसानों के साथ हूं.’

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