तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए पूर्व केन्द्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा, भाजपा की नीति पर उठाया सवाल

यशवंत सिन्हा तृणमूल कांग्रेस में शामिल

कोलकाता। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पूर्व नेताओं के दलबदल का सिलसिला जारी है। इसी क्रम में पूर्व केन्द्रीय वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा आज तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए।

अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में वित्त मंत्री रहे यशवंत सिन्हा 2014 के बाद से ही मोदी सरकार के आलोचकों में से एक रहे हैं।

टीएमसी में शामिल होने के बाद यशवंत सिन्हा ने कहा कि देश आज अभूतपूर्व स्थिति का सामना कर रहा है। लोकतंत्र की मजबूती लोकतंत्र के संस्थानों में होती है। न्यायपालिका समेत ये सभी संस्थान अब कमजोर हो गए हैं।

उन्होंने कहा कि अटलजी के समय में बीजेपी आम सहमति में भरोसा करती थी, लेकिन आज की सरकार कुचलने और जीतने में भरोसा करती है। अकाली, बीजेडी ने भाजपा साथ छोड़ दिया, आज बीजेपी के साथ कौन है?

कौन हैं यशवंत सिन्हा?

यशवंत सिन्हा पटना के रहने वाले हैं। 1958 में राजनीति शास्त्र में मास्टर डिग्री हासिल की। इसके बाद 1960 में भारतीय प्रशासनिक सेवा में चयनित हुए। अपने कार्यकाल के दौरान कई महत्त्वपूर्ण पदों पर रहते हुए 24 साल से अधिक कार्य किया।

यशवंत सिन्हा ने 1984 में भारतीय प्रशासनिक सेवा से इस्तीफा दे दिया और जनता पार्टी के सदस्य के रूप में सक्रिय राजनीति से जुड़ गए। चार साल बाद 1988 में उन्हें राज्य सभा सदस्य चुना गया। मार्च 1998 में अटल बिहार वाजपेयी की सरकार में उनको वित्त मंत्री नियुक्त किया गया।

लोकसभा में यशवंत सिन्हा बिहार के हजारीबाग जो कि अब झारंखड में है, क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया। 2004 के लोकसभा चुनाव में उन्हें हजारीबाग सीट से हार का सामना करना पड़ा।

हालांकि, अगले साल ही 2005 में वे फिर संसद पहुंचे। इसके बाद साल 2009 में वे बीजेपी उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया।

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