
गाजियाबाद का गली का गुंडा बना गैंगस्टर…धर्म की आड़ में वारदातें? बवाली पिंकी चौधरी की कहानी
Pinky Chaudhary: हिंदू रक्षा दल के अध्यक्ष भूपेंद्र तोमर ऊर्फ पिंकी चौधरी एक बार फिर चर्चाओं में बने हुए हैं। हिंदू रक्षा दल समूह के सदस्यों ने गाजियाबाद की झुग्गी बस्ती के मुसलमानों को बांग्लादेशी बताकर उनके साथ मारपीट की। उन्होंने उनकी झोपड़ियों को नुकसान पहुंचाया और उनके घरेलू सामान को जला दिया।
गाजियाबाद पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज कर मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया। हिंदू रक्षा दल द्वारा आरोप लगाया गया कि दिल्ली से सटे गाजियाबाद में भारी संख्या में बांग्लादेशी अवैध तौर से रह रहे हैं। हालांकि, पुलिस ने स्पष्ट किया है कि पीड़ित बांग्लादेशी नहीं, बल्कि भारतीय थे।
अब चर्चा का विषय है कि गली का गुंडा भूपेंद्र शर्मा उर्फ पिंकी चौधरी कैसे इतना बड़ा अपराधी बन गया और अब नौबत एनएसए लगाने की आ गई है. उसके पड़ोसी कहते हैं कि यदि समय रहते पुलिस ने इस बदमाश की मुश्कें कस दी होती तो शायद यह अपराधी नहीं, बल्कि समाज का एक सभ्य नागरिक होता.
वह गली का एक छोटा मोटा गुंडा था. मनबढ़ था और अक्सर किसी के साथ भी झगड़ा कर लेता था. अचानक से उसने भगवा चोला ओढ़ा और देखते ही देखते इतना बड़ा गैंगस्टर बन गया. हम बात कर रहे हैं गाजियाबाद में खानाबदोश लोगों की झुग्गियों पर डंडे बरसाने वाले बदमाश पिंकी चौधरी की. इस बदमाश के बढ़ते टेरर पर अब खुद उसके पड़ोसी भी हैरान और परेशान हैं. उनका कहना है कि यदि पुलिस ने समय रहते कार्यवाही की होती तो शायद आज यह स्थिति नहीं बनती.
सूत्रों के अनुसार पिंकी चौधरी की बदमाशियों इसलिए बढ़ गयी क्यों कि पुलिस ने भी कई बार अनदेखी कर दी थी. बता दें कि करीब 50 की उम्र को पार कर चुका यह बदमाश साहिबाबाद क्षेत्र का रहने वाला है. इसके खिलाफ कुल 16 मुकदमे दर्ज हैं. इनमें से ज्यादातर मुकदमे साहिबाबाद थाने में ही हैं. वहीं दो मामले कविनगर थाने में तथा बाकी मामले अन्य थानों में दर्ज हैं. इन मुकदमों में गैंगस्टर और गुंडा एक्ट के मामले भी शामिल हैं. अब पुलिस इसके खिलाफ NSA लगाने की तैयारी कर रही है.
धर्म रक्षा की आड़ में अपराध
भूपेंद्र शर्मा उर्फ पिंकी चौधरी आए दिन किसी को मारपीट देने और धमकाने जैसी वारदातें करने लगा. हालांकि लगातार इसकी शिकायतें पुलिस तक आने लगीं और पुलिस थोड़ी सक्रिय हुई तो साल 2010 के आसपास इसने हिन्दुत्व का चोला ओढ़ लिया. इसी क्रम में इसने साल 2013 में हिंदू रक्षा दल का गठन करते हुए दिल्ली एनसीआर में एक लाख से अधिक सदस्य बना लिए. इसके बाद इसने समुदाय विशेष को टारगेट करते हुए आए दिन वीडियो जारी करने लगा. हालांकि साल 2014 में कौशांबी स्थित आम आदमी पार्टी के कार्यालय पर हमला कर यह तेजी से चर्चा में आया था.
झुग्गियों को बांग्लादेशियों की बताकर तोड़फोड़
पिंकी चौधरी ने गाजियाबाद के गुलधर स्टेशन के पास जिन झुग्गियों को बांग्लादेशियों की बताकर तोड़फोड़ की थी, उसमें एक भी बांग्लादेशी नहीं है. इस घटना के बाद गाजियाबाद की मधुबन बापूधाम थाने की पुलिस ने इन झुग्गियों में रहने वाले एक एक व्यक्ति से पूछताछ की है. इसमें पता चला कि इन झुग्गियों में रहने वाले सभी लोग घुमंतु हैं और रोजी रोजगार के लिए कभी यहां तो कभी वहां, झुग्गी डाल लेते हैं.
आप पार्टी ऑफिस पर हमला कर आया चर्चा में
पब्लिसिटी हासिल करने के लिए इस बदमाश ने उस समय हमला किया था, जब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पार्टी कार्यालय में मौजूद थे. उस समय तक इस बदमाश के खिलाफ आधा दर्जन मामले दर्ज हो चुके थे, बावजूद इसके पहली बार उसकी गिरफ्तारी आम आदमी पार्टी पर हमले के आरोप में हुई. इसके बाद दूसरी बार इस बदमाश की गिरफ्तारी दिल्ली के जंतर मंतर पर समुदाय विशेष के खिलाफ आग उगलने के आरोप में हुई थी. इसके बाद जेएनयू छात्र के साथ मारपीट के आरोप में भी इस बदमाश की गिरफ्तारी हुई थी.
गाजियाबाद पुलिस ने घटना के सिलसिले में चौधरी और कई अन्य लोगों को गिरफ्तार किया था। पिंकी के खिलाफ अलग-अलग थाने में लगभग 12 मुकदमे दर्ज हैं। दिल्ली के जंतर-मंतर पर दो साल पहले उस पर समुदाय विशेष के खिलाफ विवादित नारेबाजी करने और JNU छात्रों के साथ मारपीट करने के आरोप लगे थे।