Gujarat Floods: भारी बारिश के बाद अब गुजरात में ‘असना’ चक्रवात मचाएगा तबाही
Gujarat Floods: गुजरात में बारिश-बाढ़ की वजह से सबसे ज्यादा प्रभावित इलाका वडोदरा है, जहां सड़कें जलमग्न हो गई हैं। बीच गुजरात पर कुदरत का एक और अटैक होने वाला है।
गुजरात के कई जिलों में पिछले करीब एक सप्ताह से मूसलाधार (Gujarat Floods) बारिश हो रही है जिस से हाहाकार मचा हुआ है। इस वजह से कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात हैं। कई जिलों में स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। मोरबी, कच्छ, द्वारका और जामनगर में बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। बारिश के कारण पिछले 4 दिनों में ही 32 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि, शहर के कई निचले इलाके अभी भी जलमग्न हैं। एनडीआरएफ और सेना रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी है। इस बीच गुजरात पर कुदरत का एक और अटैक होने वाला है। कच्छ पर चक्रवात का खतरा मंडरा रहा है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने चक्रवाती तूफान से लोगों को बचाने के लिए निर्देश दिए हैं।
गुजरात में असना चक्रवात का अलर्ट
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक, अगले 24 घंटों में कच्छ में चक्रवात आने वाला है. बंगाल की खाड़ी के ऊपर सक्रिय गहरा दबाव कमजोर होने की बजाय और मजबूत होने की संभावना है। गुजरात में भारी बारिश के बीच अब चक्रवात ने परेशानी बढ़ा दी है। कच्छ और सौराष्ट्र में कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है। यह अपने आप में असामान्य घटना है। इससे पहले ऐसे चक्रवात 1976 में अगस्त के महीने में आया था। तेजी से यह ओमान तट की ओर बढ़ रहा है। चक्रवात का नाम ‘असना’ है। यह नाम पाकिस्तान की ओर से दिया गया है।
अगले कुछ घंटों में कच्छ में चक्रवाती तूफान दस्तक दे सकता है। इस बीच मुख्यंमत्री भूपेंद्र पटेल गुरुवार रात वडोदरा से गांधीनगर स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर पहुंचे. उन्होंने कच्छ के डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर से वहां आने वाले चक्रवात को लेकर की गई तैयारियों का जायया लिया. मुख्यमंत्री ने इस आपदा से लोगों को बचाने के लिए जहां भी आवश्यक हो तत्काल प्रभाव से लोगों को निकालने के निर्देश दिये हैं. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई बैठक में सीएम ने निर्देश दिया कि लोगों को बाहर निकालने के लिए भरपूर प्रयास हो.