कोरोना के बाद मंकी पॉक्स का कहर, भारत में भी पहुंचा खतरनाक वायरस?
Monkeypox Infection: दुनिया के कई देश इन दिनों खतरनाक वायरस मंकीपॉक्स की चपेट में हैं। बढ़ते संक्रमण के खतरे को देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने इसे ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी घोषित किया था। अब इस रोग के मामले एशियाई देशों में भी देखे जा रहे हैं।
पूरी दुनिया में मंकी पॉक्स वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। मंकी पॉक्स (Monkeypox Infection) की गंभीरता को देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इसको लेकर आपातकाल का ऐलान कर दिया है। मध्य और पूर्वी अफ्रीका से शुरू हुआ यह संक्रमण अब भारत के करीब तक पहुंच गया है। पड़ोसी देश पाकिस्तान में एमपॉक्स के तीन रोगियों की पुष्टि की गई है। गुरुवार को इस साल में एमपॉक्स का पहला संदिग्ध मामला सामने आया था, जिसके बाद नेशनल कमांड एवं ऑपरेशन सेंटर (एनसीओसी) ने इस रोग से निपटने के उपायों पर परामर्श जारी किया था। शुक्रवार को दो और रोगियों की पुष्टि की गई है। इससे पहले पिछले साल पाकिस्तान में तीन लोगों में संक्रमण के मामले सामने आए थे।
क्या है मंकीपॉक्स वायरस
बता दें कि मंकीपॉक्सके सबसे ज्यादा मामले अफ्रीका में सामने आ रहे हैं। यह एक महामारी फैलाने वाला वायरस है। यह चेचक जैसा ही वायरस है और जानवरों से इंसानों में फैलता है। इंसान में पहुंचने के बाद यह तेजी से फैलने लगता है। 1958 में इस वायरस की सबसे पहले पहचान की गई थी। मध्य और पश्चिमी एशिया में इसके सबसे ज्यादा मामले पाए जाते हैं। यहां लोग जानवरों के ज्यादा करीब भी रहते हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के अनुसार इस साल अब तक अफ्रीकी देशों में 14,000 से ज्यादा मामले और 524 मौतें दर्ज की गई हैं, जो पिछले साल के आंकड़ों से कहीं ज्यादा हैं। इनमें से 96% से ज्यादा मामले और मौतें अकेले कांगो में हुई हैं।
डब्ल्यूएचओ द्वारा विश्व स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किए जाने के अगले ही दिन स्वीडन में पहला मामला सामने आया है। संक्रमित व्यक्ति ने हाल ही में अफ्रीका की यात्रा की थी और स्टॉकहोम लौटने पर उसमें संक्रमण की पुष्टि की गई है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने सभी लोगों को एमपॉक्स के खतरे को लेकर सावधानी बरतते रहने की सलाह दी है।