यूपी में मंकीपॉक्स को लेकर अलर्ट, स्वास्थ्य मंत्री ने अधिकारियों को दिया निर्देश…
MonkeyPox Virus Alert: उत्तर प्रदेश मंकीपॉक्स को लेकर सतर्क हो गया है। उपमुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक ने इसको लेकर अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दे दिए हैं। इस संबंध में हेल्पलाइन नंबर भी जारी कर दिया गया है। यूपी में मंकी पॉक्स से जुड़ा एक भी मरीज नहीं है। फिर भी सरकार एहतियात अलर्ट मोड पर है।
उत्तर प्रदेश स्वास्थ्य विभाग, मंकीपॉक्स को लेकर सतर्क हो गया है. मंकीपॉक्स बीमारी को लेकर स्वास्थ विभाग ने सभी जिले के डीएम और सीएमओ को निर्देश जारी किए हैं. इसमें कहा गया है की मंकी पॉक्स से पीड़ित अगर कोई व्यक्ति मिलता है तो कोविड की तर्ज पर ही अन्य गतिविधियां चलाई जाए, और रोगी के संपर्क में आए हुए व्यक्तियों की एक पूरी सूची तैयार कर उसको जिला और राज्य स्तरीय सर्विलांस इकाइयों को उपलब्ध कराया जाए, जिससे कि आगे की कार्रवाई तुरंत की जा सके.
उत्तर प्रदेश में मंकीपॉक्स (Monkeypox) को लेकर स्वास्थ्य महकमा अलर्ट मोड में आ गया है। इसको लेकर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री और उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने प्रदेश के जिलों के जिम्मेदार अधिकारियों को अलर्ट रहने के निर्देश दे दिए हैं। हालांकि प्रदेश में मंकी पॉक्स से जुड़ा एक भी ऐक्टिव मरीज नहीं है। सरकार ऐहतियात अलर्ट मोड पर हैं। वहीं इसको लेकर उपमुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि प्रदेश के सभी जिलों के एंट्री प्वाइंट्स पर मरीजों की स्क्रीनिंग हो। इसके साथ ही मंकी पॉक्स को लेकर स्थानीय स्तर पर हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है। गौरतलब है कि मंकी पॉक्स को लेकर देश भर में एडवाइजरी जारी कर दी गई है।
प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने मंकी पॉक्स को पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी ऑफ इंटरनैशनल कंसर्न घोषित किया है। संदिग्ध मरीजों का चिन्हीकरण, सैंपल कलेक्शन और इलाज के निर्देश दिए गए हैं। वहीं सभी मरीजों की जांच के लिए सैंपल राजधानी लखनऊ के केजीएमयू के माइक्रोबायोलॉजी विभाग को भेजने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही साथ इस संबंध में राज्य स्तरीय हेल्पलाइन नंबर-18001805145 भी जारी किया गया है।
वहीं मंकी पॉक्स को लेकर प्रदेश के सभी जिलों के एंट्री प्वाइंट पर मरीजों के लिए सर्विलांस प्रक्रिया शुरू की जा रही है। मंकी पॉक्स के कई लक्षण है उसमें शरीर पर दाने, तेज बुखार, अधिक कमजोरी, लकिसा ग्रंथियों में सूजन मंकीपॉक्स के प्रारंभिक लक्षण हैं। यह एक स्व-सीमित रोग है। जिसके लक्षण 2 से 4 सप्ताह तक बने रह सकते हैं।
उत्तर प्रदेश में राज्य सर्विलांस अफसर डॉ विकासेंदु अग्रवाल ने मंकी पॉक्स को लेकर बताया कि प्रदेश में अभी तक कोई भी मंकी पॉक्स का संदिग्ध मरीज नहीं मिला है. हालांकि एहतियात के तौर पर सभी जिलों को अलर्ट किया गया है.