सिक्किम में बारिश ने मचाई तबाही…भूस्खलन में 9 की मौत, फंसें 1500 यात्री
Rain Hits Sikkim: पूर्वोत्तर के राज्य सिक्किम में इनदिनों भारी बारिश के चलते कई इलाकों में भूस्खलन हो रहा है. जिसके चलते अब तक नौ लोगों के मारे जाने की जानकारी सामने आई है. बताया जा रहा है कि उत्तरी सिक्किम के मंगन जिले में लगातार हो रही बारिश से बड़े पैमाने पर भूस्खलन हुआ है. जिसके चलते 15 विदेशी नागरिकों समेत 1,500 से ज्यादा पर्यटक फंस गए हैं.
एक अधिकारी के मुताबिक, भूस्खलन और भारी बारिश के चलते पर्वतीय राज्य में 9 लोगों की मौत हो गई है और संपत्तियों को भारी नुकसान पहुंचा है. इसके साथ ही कई क्षेत्रों में सड़क संपर्क टूट गया है. कलिम्पोंग के जिला मजिस्ट्रेट के कार्यालय द्वारा जारी एक आदेश में कहा गया है कि फंसे हुए पर्यटकों की सहायता के लिए रंगपो में एक पर्यटक सुविधा हेल्प डेस्क खोला गया है. आदेश में फंसे हुए पर्यटकों के लिए संबंधित कर्मचारियों के संपर्क नंबर भी दिए गए हैं.
लोग इन नंबरों पर संपर्क कर सकते हैं: रबी बिस्वकर्मा – 8768095881, पुष्पजीत बर्मन – 9051499096.
एक दिन पहले, सिक्किम के मुख्य सचिव विजय भूषण पाठक ने कहा कि राज्य में दो भूस्खलन के कारण पिछले तीन दिनों में नौ लोगों की मौत हो गई है. पाठक ने कहा कि राज्य के मंगन जिले में भी करीब 1,200-1,400 पर्यटक फंसे हुए हैं. मुख्य सचिव ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि पिछले 3 दिनों में सिक्किम में दो प्राकृतिक आपदाएं आई हैं. नामची जिले में भूस्खलन जिसमें तीन लोगों की जान चली गई और इसी तरह 12 और 13 जून की रात को मंगन जिले में भूस्खलन हुआ जिसमें छह लोगों की जान चली गई.
उन्होंने कहा कि मंगन जिले में करीब 1200-1400 लोगों के फंसे होने की आशंका है. सड़क संपर्क बहाल होने में पांच से सात दिन लग सकते हैं. पाठक ने कहा कि उन्होंने पर्यटकों को निकालने के लिए वायुसेना के हेलीकॉप्टरों की मांग की है.
CM ने की उच्च स्तरीय बैठक
मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन के बाद स्थिति का जायजा लेने के लिए मिंटोकगांग में एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की. भूस्खलन से पर्वतीय राज्य बुरी तरह से प्रभावित हुआ है. स्थानीय अधिकारियों ने फंसे हुए पर्यटकों से अपने-अपने स्थानों पर ही रहने तथा जोखिम मोल लेने से बचने को कहा है.
अधिकारी ने कहा कि सभी फंसे हुए पर्यटकों के लिए राशन का पर्याप्त भंडार है. उन्होंने कहा कि मुख्य सचिव कार्यालय ने मौसम की स्थिति के आधार पर सभी पर्यटकों को हवाई मार्ग से लाने के लिए केंद्र के साथ बातचीत शुरू कर दी है.
उन्होंने कहा, ‘‘यदि आवश्यक हुआ तो पर्यटकों को सड़क मार्ग से निकाला जाएगा और विभाग वहां फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए स्थानीय पर्यटन हितधारकों के साथ-साथ मंगन में जिला प्रशासन, पुलिस और पर्यटन अधिकारियों के साथ समन्वय कर काम कर रहा है.”
उन्होंने पर्यटकों को इस प्राकृतिक आपदा में हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया. राव ने कहा कि केवल लाचुंग ही राज्य के बाकी हिस्सों से कटा हुआ है और सिक्किम के अन्य सभी हिस्से खुले और यात्रा के लिए सुरक्षित हैं
जलमग्न हुए कई मकान
एक अन्य अधिकारी के मुताबिक, जिले में भारी बारिश के चलते भूस्खलन हुआ है. जिससे कई सड़कें अवरुद्ध हो गईं, साथ ही कई मकान जलमग्न हो गए हैं या क्षतिग्रस्त हो गए हैं. इसके साथ ही कई बिजली के खंभे भी पानी के साथ बह गए हैं. अधिकारियों के मुताबिक, लगातार हो रही बारिश से गुरुवार को मंगन जिले में कई स्थानों पर भूस्खलन हुआ. जिसके चलते संगकालांग में पिछले साल अक्टूबर में बनाया गया एक पुल ढह गया. जिसके चलते उत्तरी सिक्किम में बड़ी संख्या में पर्यटक फंस गए हैं. यहां एक बांस का पुल भी टूट गया है.
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