
राजधानी में घरों से दूर सैनिकों के कलाई पर सजी राखी, बहनों को दिए ये वचन
Rakshabandhan: हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी राजधानी लखनऊ में ‘वीरता और बलिदान’ एवं पायनियर मॉन्टेसरी इण्टर कालेज के संयुक्त तत्वाधान में शनिवार को सैनिक भाइयों के लिए ‘रक्षाबंधन पर्व एवं हर घर तिरंगा’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में NCC एवं स्कूली छात्राओं और बड़ी संख्या में बहनों ने सैनिक भाइयों को रक्षा सूत्र बांधकर सरहद की रक्षा के साथ ही खुद की सुरक्षा का वचन लिया।

बहनों की राखी से सेना के जवानों की कलाई भर गई। सैनिक भाइयों के माथे पर बहनों ने तिलक लगाया, आरती उतारी, मुंह मीठा कराया और फिर कलाइयों पर रंग बिरंगी राखियां बांधी। जवानों ने भी बदले में उन्हें सुरक्षा का भरोसा दिया। इसके आलावा बच्चों ने देशभक्ति में सराबोर होकर अपनी खूबसूरत प्रस्तुति दी जिसे देख वहाँ आये लोग मंत्रमुग्ध हो गए। इस दौरान वहां आये असम बटालियन के सैनिकों ने भी अपनी प्रस्तुति दी

कार्यक्रम में मुख्या अतिथि रहे ZRO यूपी-उत्तराखंड मेजर जनरल मनोज तिवारी ने अपने सम्बोधन में कहा कि हमारे लिए देश से बढ़कर कुछ भी नहीं है। उन्होंने कहा जब हम देश की सेवा करेंगे उसका सम्मान करेंगे तो हम अपने अंदर एक अच्छा इंसान पाएंगे और मेरा विश्वाश है हम कही गलत नहीं होंगे। साथ ही उन्होंने सभी युवाओं- छात्राओं से भी देश की सेवा करने और अपने अंदर देश प्रेम जागृत करने की अपील की।
कार्यक्रम में उपस्थित पायनियर कालेज के मैनेजर बृजेन्द्र सिंह ने बताया कि इस तरह के कार्यक्रम से हमारे छात्र – छात्राओं को त्याग और समर्पण कि प्रेरणा मिलती है साथ ही फौजी भाइयों को भी घर से दूर होने की कमी मासूस नहीं होती है। उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रम माध्यम से बच्चों को सेना के बारे में जानने का अवसर देता है जिससे वह प्रेरित होकर सेना में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करते हैं।
सेना और शहीदों से विशेष लगाव रखने वाले ‘वीरता और बलिदान’ सस्था के फाउंडर सौमित्र त्रिपाठी ने कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि इस तरह के कार्यक्रम से हमारी छात्राओं को सेना को जानने और समझने का अवसर प्राप्त होता है।
उन्होंने कहा कि सैनिक अपना घर बार छोड़ कर हमारी सेवा और सुरक्षा करते है। मेरी ये कोशिश है कि उन्हें अपनी बहनों से दूर होने का दुःख न हो इसके लिए मेरा एक प्रयास है कि उन्हें ख़ुशी दे सकू साथ ही इस कार्यक्रम के माध्यम से युवाओं को प्रेरणा मिलता है जिससे उनके अंदर देश प्रेम और सेना में जा कर सेवा करने की भावना आती है।
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