जाति सूचक टिप्पणी पर रामगोपाल हुए ट्रोल, व्योमिका सिंह को लेकर कही थी ये बात

Ram Gopal Yadav : समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद रामगोपाल यादव ने विंग कमांडर व्योमिका सिंह पर जाति सूचक बयान दिया था। उनके इस बयान पर उन्हें आड़े हाथों लिया जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ समेत कई मंत्री और मायावती ने भी उनकी घोर आलोचना की है।

योगी आदित्यनाथ बोले ये संकुचित सोच का प्रदर्शन है
रामगोपाल यादव की इस टिप्पणी के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पलटवार किया है, उन्होंने X पर लिखा- सेना की वर्दी ‘जातिवादी चश्मे’ से नहीं देखी जाती है। भारतीय सेना का प्रत्येक सैनिक ‘राष्ट्रधर्म’ निभाता है, न कि किसी जाति या मजहब का प्रतिनिधि होता है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव द्वारा एक वीरांगना बेटी को जाति की परिधि में बांधना न केवल उनकी पार्टी की संकुचित सोच का प्रदर्शन है, बल्कि सेना के शौर्य और देश की अस्मिता का भी घोर अपमान है। यह वही मानसिकता है, जो तुष्टिकरण और वोट बैंक की राजनीति में राष्ट्रभक्ति तक को बांटने का दुस्साहस करती है। इस विकृत जातिवादी सोच को जनता फिर जवाब देगी।


संजय निषाद ने कहा ‘राष्ट्र प्रधान होता है, जाति छोटी’
उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री संजय निषाद ने समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता रामगोपाल यादव की विंग कमांडर व्योमिका सिंह पर दिए बयान की आलोचना की और सेना को जाति-धर्म से ऊपर बताया है। मीडिया से बातचीत करते हुए संजय निषाद ने कहा, “राष्ट्र के नाम पर सभी जाति, सभी धर्म और वर्ग एक हैं। राष्ट्र प्रधान होता है, जाति छोटी होती है। हमारी सरकार ने सभी को समान भाव से देखा है। समाजवादी पार्टी जब भी सत्ता में आती है, तो दलितों के खिलाफ अत्याचार करती है और जब सत्ता से बाहर होती है, तो दलितों की बात करती है। यह उनकी परिपाटी रही है। यह उचित नहीं है। इससे बचना चाहिए।”

यह भी पढ़ें…

कानपुर हेयर ट्रांसप्लांट मौत मामले में नया खुलासा; दांतों की डॉक्टर ने की थी सर्जरी?

सेना को धर्म व जाति के आधार पर आंकना अनुचित: मायावती
रामगोपाल यादव के बयान की निंदा करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर मायावती ने लिखा, “पाकिस्तान में आतंकियों के खिलाफ भारतीय सेना के ऑपरेशन सिंदूर के पराक्रम से पूरा देश एकजुट व गौरवान्वित है. ऐसे में सेना को धर्म व जाति के आधार पर आंकना और बांटना घोर अनुचित है. इसको लेकर भाजपा के मंत्री ने जो गलती की, वही वरिष्ठ सपा नेता ने भी आज की है, जो शर्मनाक एवं निंदनीय है.” उन्होंने आगे कहा, “सेना का हर जवान राष्ट्र के लिए बलिदान देता है, और इस तरह की संकीर्ण सोच देश की एकता और सेना की गरिमा को ठेस पहुंचाती है.”


यह भी पढ़ें…

Dengue Day पर बोले CM Yogi… घबराएं नहीं, अपनाएं ये आसान उपाय!

क्या कहा था रामगोपाल यादव ने?
15 मई को मुरादाबाद के बिलारी तहसील में एक कार्यक्रम के दौरान रामगोपाल यादव ने ऑपरेशन सिंदूर में शामिल विंग कमांडर व्योमिका सिंह पर जातिगत टिप्पणी की. उन्होंने व्योमिका को “हरियाणा की जाटव” कहकर संबोधित किया और जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल किया. इस बयान को सेना और दलित समुदाय का अपमान मानते हुए मुरादाबाद में हिंदू संगठनों ने थाना सिविल लाइंस में तहरीर देकर यादव के खिलाफ देशद्रोह और SC/ST अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज करने की मांग की है.

हालांकि विवाद बढ़ता देख रामगोपाल ने सफाई भी पेश की। उन्होंने कहा कि उनकी पूरी बात सुने बगैर ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने सोशल पोस्ट कर दिया। यादव के मुताबिक उनके कहने का मतलब वो नहीं था जो समझा गया।

यह भी पढ़ें…

बुलंदशहर में ट्रक और डीसीएम की जोरदार टक्कर, तीन की मौत; 31 घायल

 

Back to top button