मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के कर कमलों द्वारा श्रीमद् देवी भागवत महापुराण की भावपूर्ण व्याख्या सहित संगीतमय प्रस्तुति का विमोचन
लखनऊ, 13 जुलाई। उत्तर प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के कर कमलों द्वारा गुरुवार को श्रीमद् देवी भागवत महापुराण की भावपूर्ण व्याख्या सहित संगीतमय प्रस्तुति का विमोचन किया गया। इस संगीतमय श्रीमद् देवी भागवत महापुराण को स्वर मेधज ग्रुप के संस्थापक डॉ. समीर त्रिपाठी ने दिया है। मुख्यमंत्री आवास, कालीदास मार्ग में आयोजित इस कार्यक्रम में धर्म, आध्यात्म और सनातन हिंदू संस्कृति से जुड़े गणमान्य लोग शामिल हुए।

इस अवसर पर अपने संबोधन में मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि सावन मास की इस पावन तिथि में आज हम सब एक पवित्र आयोजन के साथ जुड़े हैं। इस अवसर पर श्री समीर त्रिपाठी और मेधज एस्ट्रो की पूरी टीम को बधाई देता हूं। सीएम ने आगे कहा कि यह हमारे लिए अत्यंत महत्वपूर्ण क्षण है। जब हम अपनी भाषा में अपने इष्ट की आराधना में दो शब्द कहते हैं, तो यह मान्यता है कि वह उस संबंधित इष्ट के साथ सीधे संवाद होता है।

इस कार्यक्रम में मेधज एस्ट्रो के सीएमडी डॉ समीर त्रिपाठी के व्यक्तित्व पर चर्चा करते हुए योगी जी ने कहा कि मैंने अपने आप में पहला व्यक्ति श्री समीर त्रिपाठी के रूप में देखा है, जो अपने व्यवसाय के साथ अपने आध्यात्मिक उन्नयन की दिशा में निरंतर प्रयत्नशील हैं और ज्योतिष में उनकी रूचि और आध्यात्म के प्रति उनका लगाव अद्भुत है। यह अत्यंत सराहनीय है।
आज के कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री और वर्तमान में विधान परिषद सदस्य डॉ महेन्द्र सिंह, उत्तर प्रदेश एसटीएफ के अपर पुलिस महानिदेशक अमिताभ यश, डॉ समीर त्रिपाठी की माता श्रीमती रेखा त्रिपाठी, पत्नी श्रीमती अलका त्रिपाठी, अनुज श्री गूंजन त्रिपाठी समेत मेधज एस्ट्रो परिवार के शुभ चिंतक और अन्य लोग उपस्थित थे।

डॉ. त्रिपाठी के स्वर, सुधेश खरे और ओमप्रकाश प्रसाद के द्वारा संगीतबद्व यह महापुराण अलग-अलग रागों में जैसे: बाघेश्री, यमन, चारुकेसी, दरबारी, शिवरंजिनी, जोग, वृन्दावनी सारंग, मालकौंस, मारवा, जय जयवंती में तैयार किया गया है। इस महापुराण की संगीतमय प्रस्तुति को दीपचंदी, कहरवा, दादरा और रूपक ताल में लगातार 42 दिनों में रिकार्ड किया गया है। इसमें 318 अध्याय शामिल किये गए हैं।
