शांत व ऐतिहासिक शहर है भोपाल, देखने के लिए बहुत कुछ है यहां

Bhopal Tourist Places

भोपाल। राजा भोज के बसाए खूबसूरत शहर भोपाल का नाम पहले भोजपाल था। अपभ्रंश में इसे भोपाल कहा जाने लगा।

भोपाल एक शांत व ऐतिहासिक शहर है, जहां खूबसूरत झीलों का नजारा है, जो हरी भरी पहाड़ियों से घिरी हैं। पूरे देश से कहीं से भी सरलता से यहां पहुंचा जा सकता है।

भोजपुर का विश्व प्रसिद्ध शिव मंदिर व एशिया की सबसे बड़ी ताजउल मस्जिद भी भोपाल में ही है।

आदिम युगीन भीम बैठकों की गुफाएं, विश्व प्रसिद्ध सांची के स्तूप भोपाल के नजदीक ही हैं।

आज भी आप भोपाल की तीन खासियतों− जरदा, परदा व गरदा, को भी वैसा ही पाएंगे।

पर्यटकों के लिए एक खास तोहफे के रूप में मौजूद है, शान−ए−भोपाल ‘मेरीन ड्राइव’।

लाल घाटी से कमला पार्क तक का तालाब के किनारे−किनारे खूबसूरत रास्ता, जहां तीन किलोमीटर तक बड़ी झील के किनारे पैदल चलने व ड्राइविंग का आनंद लेने रोज शाम हजारों लोग इकट्ठा होते हैं।

ताजउल मस्जिद मस्जिद एशिया की सबसे बड़ी मस्जिद मानी जाती है।

इस विशाल मस्जिद के निर्माण की शुरुआत शाहजहां बेगम ने 1868 में की थी।

भोपाल की जामा मस्जिद भी आप देखने जा सकते हैं।

स्वर्ण शिखर से मंडित भोपाल के चौक में स्थित यह आकर्षक मस्जिद कुदेसिया बेगम द्वारा निर्मित है।

जामा मस्जिद से कुछ ही दूरी पर है मोती मस्जिद।

मोती मस्जिद दिल्ली की जामा मस्जिद की शैली पर बनी मुगलकाल की भव्य इमारत है।

भोपाल का पुराना विधानसभा भवन वास्तुकला का एक शानदार नमूना है।

यह भवन ब्रिटिश वास्तुविदों ने बनाया था। राजभवन भी इसी काल की रचना है।

मप्र सचिवालय का बल्लभ भवन और दो अन्य भवन सतपुड़ा व विंध्याचल, आधुनिक वास्तुकला के भव्य नमूने हैं।

अब आप भारत भवन देखने जा सकते हैं। प्रसिद्ध वास्तुविद चार्ल्स कूरियर द्वारा इस सांस्कृतिक परिसर का निर्माण किया गया है।

आदिवासी संस्कृति व रंगकर्म के शानदार वैभव का अद्भुत संग्रह भारत भवन भोपाल की सुंदर झील के किनारे बना है।

अन्य दर्शनीय स्थलों की बात करें तो उनमें शासकीय पुरातत्व संग्रहालय, गांधी भवन, वन बिहार, चौक आदि स्थलों का नाम लिया जा सकता है। भोपाल से थोड़ी ही दूरी पर इस्लाम नगर है जहां अकसर फिल्मों की शूटिंग होती रहती है।

भोपाल से लगभग पैंतीस किलोमीटर दूर भीम बैठका की आदिमयुग की गुफाएं भी हैं। भीम बैठका की गुफाओं के संदर्भ में यह भी कहा जाता है कि महाभारत काल में भीम ने इन गुफाओं में निवास किया था।

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