World Mental Health Day: मेंटल हेल्थ को दुरुस्त बनाए रखती है यात्रा..
Mental Health Day: ट्रैवलिंग यानी घूमने से हमारा स्ट्रेस लेवल कम होता है. साथ ही साथ इस एक्टिविटी से हमें कई दूसरे फायदे भी मिलते हैं. वर्ल्ड मेंटल हेल्थ डे हर साल 10 अक्टूबर को मनाया जाता है. मनाए जाने का उद्देश्य लोगों को मानसिक रोगों की जानकारी देना है. साथ ही ये बताने की बचाव के प्रति लोगों को शिक्षित करने की कोशिश की जाती है.
क्या आप जानते हैं कि स्ट्रेस या नेगेटिविटी हमारे दिमाग को कमजोर बनाती हैं. बिजी लाइफस्टाइल की वजह स्ट्रेस या डिप्रेशन की शिकायत हो सकती है. मेंटल हेल्थ को दुरुस्त करने का एक बढ़िया तरीका ट्रैवलिंग है. किसी जगह की खूबसूरती मन को मोह सकती है लेकिन यहां पहुंचने के बाद दिमाग शांत महसूस करता है.
पॉजिटिविटी का आना
घूमने के दौरान हम रोजमर्रा की लाइफ से दूर होते हैं. इसलिए हमारे दिमाग में टेंशन नहीं होती. किसी भी तरह की चिंता के न होने पर दिमाग में पॉजिटिविटी आती है. ऑफिस-घर की टेंशन से मुश्किलें हमेशा बढ़ी रहती हैं पर ट्रैवलिंग में इंसान पॉजिटिव होकर अपने बारे में बेहतर सोच पाता है.
अच्छे फैसले लेना
ट्रैवलिंग के कारण हम पॉजिटिव हो सकते हैं. पॉजिटिविटी के साथ हम अपने लिए अच्छा फैसला ले पाते हैं. बिजी लाइफ, स्ट्रेस या दिमाग को कमजोर बनाने वाली चीजें गलत फैसलों की एक वजह बन सकती हैं.
शांति मिलना
ट्रैवलिंग का सबसे बड़ा फायदा है कि इसकी वजह से हमें शांति मिलती है. भागदौड़ भरी लाइफ से दूर शांत माहौल में थोड़ा समय बिताना बेस्ट रहता है. नदी, झरने या फिर पहाड़ों पर चलने वाली ठंडी हवाओं का माहौल चुटकियों में दिमाग को शांत कर देता है.
क्या आप जानते हैं कि जब हम अंदर से खुश होते हैं तो हमारी इम्यूनिटी भी बूस्ट करती है. अलग-अलग जगहों पर घूमने का बेनिफिट हमारी बॉडी को भी मिलता है. देखा जाए तो घूमकर भी प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाया जा सकता है.
डिप्रेशन हो सकता है दूर
स्ट्रेस को अगर कंट्रोल न किया जाए तो डिप्रेशन की शिकायत भी हो सकती है. एक्सपर्ट्स कहते हैं कि ड्रिप्रेशन का सामना कर रहे व्यक्ति को घूमने जरूर जाना चाहिए. ट्रैवलिंग के जरिए अवसाद को खुद से दूर रखने में मदद मिलती है.